राजनांदगांव। कॉनफ्लूएंस महाविद्यालय में महिला समानता दिवस के उपलक्ष पर महिला प्रकोष्ठ द्वारा परिचर्चा का आयोजन किया गया तथा ऑनलाइन फार्म के माध्यम से लोगों के विचारों को प्राप्त किया गया। महाविद्यालय की महिला प्रकोष्ठ प्रभारी ममता साहू ने कहा कि इस दिवस को मनाने का खास उद्देश्य यह है कि महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल सके और महिलाओं को हमेशा एक बराबरी का दर्जा प्राप्त हो सके।
ममता साहू ने कहा कि किसी भी समाज का हर क्षेत्र तभी विकसित होगा जब महिलाओं को समान मानवता का अधिकार मिलेगा जिस तरह परिवार के सही तरीके से परवरिश का काम महिलाएं बखूबी करती हैं उसी तरह एक समाज और देश के निर्माण और सही दिशा में विकास के लिए महिलाओं को आगे आना बहुत जरूरी है। लेकिन आज भी कई देश ऐसे हैं जहां महिलाओं को बराबरी का दर्जा नहीं दिया जाता है, वे अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ रही हैं इसलिए हर साल 26 अगस्त को महिला समानता दिवस दुनियाभर में सेलिब्रेट किया जाता है।
प्राचार्य एवं महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों ने इस दिवस पर महिलाओं को संबोधित करते हुए अपने अपने विचार दिए और कहा कि महिला समानता दिवस का अधिकार घर से शुरू होकर ऑफिस तक में लड़ा जा रहा है जहां महिलाओं को हमेशा पुरुषों और पुरुषवादी सोच का सामना करना पड़ता है जबकि वर्तमान समय में ऐसा कोई भी क्षेत्र महिलाओं के लिए अछूता नहीं है जहां वह अपनी जिम्मेदारी बखूबी ना निभा रही हूं चाहे वह स्पेस हो, टेक्नोलॉजी हो, कृषि क्षेत्र हो, खेल हो, चिकित्सा हो या फौज।