दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में 17 से 26 अगस्त तक ऑफलाईन प्रवेश की अनुमति प्रदान की गई है। ऐसे विद्यार्थी जो किसी कारणवश विश्वविद्यालय के पोर्टल पर प्रवेश हेतु ऑनलाईन आवेदन जमा नहीं कर पाये थे, उन सभी को महाविद्यालयों में स्थान रिक्त रहने पर ऑफलाईन रूप से प्रवेश दिया जा सकता है। यह निर्देश कुलपति डाॅ. अरूणा पल्टा ने महाविद्यालय के प्राचार्यों की ऑनलाईन बैठक में दिये।
लगभग 125 से अधिक शासकीय एवं निजी महाविद्यालयों के प्राचार्यों को संबोधित करते हुए डाॅ. पल्टा ने बताया कि विश्वविद्यालय का प्रवेश पोर्टल 16 अगस्त को रात्रि 12 बजे बंद हो जायेगा। इसके पश्चात् महाविद्यालय ऑनलाईन तथा ऑफलाईन दोनों पद्धति से महाविद्यालयों में स्थान रिक्त रहने पर 26 अगस्त तक प्रवेश दे सकेंगे, परन्तु ऑफलाईन रूप से दिये गये प्रवेश वाले विद्यार्थियों से संबंधित सम्पूर्ण विवरण विश्वविद्यालय के पोर्टल पर उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी महाविद्यालय के प्राचार्य की होगी। ऑफलाईन प्रवेश हेतु महाविद्यालय अपने स्थान रिक्त के अनुसार कटऑफ अंक निर्धारित करेंगे।
डाॅ. पल्टा को बैठक में उपस्थित प्राचार्यों ने बताया कि स्नातक स्तर पर शासकीय महाविद्यालयों में लगभग 50-60 प्रतिशत् प्रवेश हो चुका है। जबकि अशासकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार केवल 35-40 प्रतिशत् सीटें ही भर पायी है। कुलपति, डाॅ. पल्टा ने प्राचार्यों को यह भी निर्देशित किया कि स्नातक स्तर पर प्रथम वर्ष अथवा द्वितीय वर्ष की परीक्षा प्राइवेट परीक्षार्थी यदि अगामी कक्षा में नियमित प्रवेश चाहता है और आपके महाविद्यालय स्थान रिक्त है तो उस विद्यार्थी को प्रवेश अवश्य देवें।