दुर्गा पंडालों में भक्तों ने मचाई गंद, रासेयो स्वयंसेवकों ने की सफाई
भिलाई। स्वरूपानंद महाविद्यालय के एनएसएस स्वयंसेवकों ने महात्मा गांधी के इस कथन को अपने जीवन में आत्मसात किया है कि जो स्वच्छ नहीं रहता वह स्वस्थ भी नहीं रह सकता.…
देव संस्कृति कॉलेज में नवरात्रि के उपलक्ष्य में नृत्य स्पर्धा का आयोजन
खपरी (दुर्ग)- देव संस्कृति कॉलेज ऑफ एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी में नवरात्रि पर्व के उपलक्ष्य पर नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन था. श्रीमती सरिता सिंह के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस प्रतियोगिता…
शंकराचार्य कॉलेज ऑफ एजुकेशन में नवरात्रि पर गरबा का आयोजन
भिलाई. जगद्गुरु शंकराचार्य कॉलेज ऑफ एजुकेशन हुडको में नवरात्रि के पावन अवसर पर रास गरबा का आयोजन किया गया जिसमें सर्वप्रथम माता की पूजा अर्चना की गई तत्पश्चात प्रशिक्षणार्थियों ने…
स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में धूमधाम से गरबा का आयोजन
भिलाई। रंग-बिरंगी रोशनी से सजी पंडाल में बहुरंगी वेशभूषा में गुजराती गरबा गीतों की ताल -लय के साथ संगीत पर अपनी नृत्य कला का प्रदर्शन करते विद्यार्थियों ने लोगों का…
एएऩओ लेफ्टिनेंट डॉ कृष्ण जीबन मंडल को पदोन्नति, बने कैप्टन
भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में पदस्थ एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर लेफ्टिनेंट डॉ कृष्ण जीवन मंडल को एनसीसी 37वीं छत्तीसगढ़ बटालियन में कैप्टन के पद पर पदोन्नत किया गया है. एनसीसी निदेशालय…
प्रतियोगिता परीक्षा के लिए उपयोगी साबित होगा विवि का ‘हमर छत्तीसगढ़’ कोर्स
दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय द्वारा नवंबर माह में प्रतियोगी परीक्षा पर केन्द्रित ‘हमर छत्तीसगढ़’ विषय पर एक माह का सर्टिफिकेट कोर्स संचालित किया जायेगा. इस कोर्स के अंतर्गत प्रतिभागियों को…
कहीं दौड़ तो कहीं पिट्ठूल से बेमेतरा जिले में शुरू हुआ छत्तीसगढ़िया ओलंपिक
बेमेतरा. छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का आगाज बेमेतरा जिले के चारों अनुभाग के समस्त राजीव युवा मितान क्लब द्वारा किया गया. एक दो स्थानों में अधिक वर्षा होने के कारण कार्यक्रम स्थगित…
मूक फिल्म के दौर में इस अभिनेत्री ने पहली बार किया था ऑनस्क्रीन लिपलॉक
मुम्बई. भारतीय सिनेमा ने कई दौर देखे हैं. 1920 और 30 के दशक में जब मूक फिल्मों का दौर था, तब भारतीय सिनेमा भी बोल्ड था. आजादी के बाद फिल्म…
जब रिवाल्विंग चेयर पर बैठ घूम-घूम कर लोगों से बातें करते रहे गांधीजी
दुर्ग. हरिजनों के उद्धार के लिए महात्मा गांधी ने देशव्यापी अभियान की शुरुआत 22 नवम्बर 1933 में दुर्ग से की थी. दुर्ग के मोती बावली के पास उन्हें मंच दिया…