दुर्गः भारती विश्वविद्यालय के चंदखुरी कैम्पस में फार्मेसी विभाग के तत्वाधान मे 22 से 29 नवंबर तक राष्ट्रीय फार्मेसी सप्ताह का आयोजन किया गया. इसके अंतर्गत विभिन्न क्रीडा प्रतियोगिताएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम, क्विज प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता तथा पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. समापन समारोह पर के मुख्य अतिथि भारती विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं संचालक सुशील चन्द्राकर ने विद्यार्थियों को फार्मेसी एथिक्स के बारे मे मार्गदर्शन किया.
विशिष्ट अतिथि विश्वविद्यालय बायोटेक विभाग के डायरेक्टर डॉ. रामास्वामी राजेश कुमार ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि फार्मासिस्ट है तो हम आज यहाँ पर इस दुनिया में जीवित हैं, क्योंकि आज से एक वर्ष पूर्व की स्थिति काफी गंभीर थी. कोरोना काल में फार्मासिस्ट ने तन मन धन से अपनी पूरी भूमिका निभाई है.
भारती आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मानस रंजन होता ने विद्यार्थियों के प्रस्तुतिकरण की सराहना की. उन्होंने कहा कि हर कार्य में नैतिकता को सर्वोपरि रखें. उपाध्यक्ष प्रभजोत सिंह भुई ने कहा कि फार्मासिस्ट अथक मेहनत करते हैं ताकि लोगों का स्वास्थ्य अच्छा बना रहे. कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र कुमार स्वर्णकार ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि निकट भविष्य में इस तरह के और भी कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. अतिथियों के द्वारा विजेता प्रतिभागियों को ट्रॉफी, मेडल एवं प्रशस्ति पत्र से पुरस्कृत किया गया. प्राचार्य प्रो. मृत्युंजय सतपति ने धन्यवाद ज्ञापित किया. इस अवसर पर घनश्याम साहू, विजय कुमार यदु, खिलेश कुमार गंजीर, फरीना काजी एवं संस्था के समस्त शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे.