भिलाई। हाईटेक के डिपार्टमेंट ऑफ आपथैल्मोलॉजी में एक 58 वर्षीय महिला की लेंस इंड्यूस्ड ग्लूकोमा LIG का सफल इलाज किया गया था. महिला को आंखों और सिर में तेज दर्द था जिसके कारण उसे उलटियां हो चुकी थीं और बुखार भी था. जांच करने पर पाया गया कि उसकी आंखों के लेंस अत्यधिक सूजे हुए थे. इनके भीतर का दबाव तीन से चार गुना तक बढ़ा हुआ था.
हाईटेक के नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ प्रीतम कुर्रे ने बताया कि इस उम्र की महिलाओं में ऐसी स्थिति बहुत कम देखने में आती है. आम तौर पर एक वयस्क व्यक्ति की आंखों के लेंस की भीतर का दबाव 10-20 एमएमएजी होता है. पर इनकी आंखों में यह दबाव 45 से 50 के बीच पहुंच चुका था. इससे लेंस के फट पड़ने का खतरा उत्पन्न हो गया था. यदि ऐसा होता तो आंखों को और भी अधिक नुकसान हो जाता.
डॉ कुर्रे ने बताया कि ऐसी स्थिति में सर्जरी संभव नहीं थी इसलिए हमने सूजन को कम करने के लिए दवाओं का इस्तेमाल किया. तीन दिन बाद लेंस का दबाव कम हुआ और सूजन भी लगभग खत्म हो गया. इसके बाद सर्जरी कर महिला की आंखों के लेंस बदल दिये गये. सर्जरी के एक सप्ताह बाद अब महिला की स्थिति पूरी तरह से सामान्य है. उनकी दृष्टि भी लौट आई है और आंखों और सिर का दर्द भी पूरी तरह से समाप्त हो गया है.