अण्डा, दुर्ग। शैलदेवी महाविद्यालय में चैत्र नवरात्र विक्रम संवत 2080 शुक्ल पक्ष नवमी तिथि को भगवती सिद्धिदात्री की कृपा प्राप्ति एवं भगवान श्री रामचंद्र जी का प्रगटोत्सव के पावन अवसर पर योग एवं दर्शन विभाग द्वारा भगवान श्री रामचंद्र के जीवन चरित्र पर एक लघु उपाख्यान का आयोजन रामनवमी के उपलक्ष्य पर 29 मार्च को किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. के. एन. मिश्रा एवं अन्य विभागों के प्रध्यापक एवं अनेक विद्यार्थी सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का आरंभ योग एवं दर्शन विभाग अध्यक्ष श्री हिमांशु केशरवानी ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र के जन्म से लेकर उनके जीवन के प्रत्येक घटनाओं से परिचय करवाया। प्राचार्य महोदय ने चैत्र नवरात्रि एवं रामनवमी की बधाई देते हुए तुलसीदास जी द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस में वर्णित राम जी के चरित्र का वर्णन किया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए कला विभाग के सहायक प्रध्यापक श्री होलेश्वर देशमुख जी ने भगवान विष्णु के 10 अवतार का वर्णन करते हुए श्रीराम जन्म के प्रमुख उद्देश्यों का वर्णन किया। वहीं शिक्षा विभाग की सहायक प्रध्यापक सुरेखा साहू ने चैत्र नवरात्रि का वैज्ञानिक रूप से महत्व बताते हुए आदिशक्ति के नौ रूपों का वर्णन किया। महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने भी अपने अपने विचार प्रगट किये।