नई दिल्ली. जी20 जनभागीदारी आंदोलन में देश भर के विभिन्न स्कूलों, उच्च शिक्षा संस्थानों और कौशल विकास संस्थानों के 5 करोड़ से अधिक युवाओं ने रिकॉर्ड भागीदारी दी. जी20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट, युवाओं के बीच भारत की जी20 अध्यक्षता की समझ का विस्तार करने और उनकी भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय को उसके अद्वितीय प्रदर्शन के उपलक्ष में भारत मंडपम में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिला. इस कार्यक्रम को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संबोधित किया.
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत मंडपम की चहल–पहल के ब्यौरे से की. उन्होंने कहा कि यह जगह पूरी तरह से गतिविधियों का केंद्र बन गई. उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि यह स्थल, आज भारत के भविष्य का गवाह बन रहा है. भारत ने जी20 जैसे आयोजन के मानकों को ऊपर उठाया है और दुनिया इससे चकित है. यह इसलिए संभव हुआ कि भारत के होनहार युवाओं ने इस आयोजन से स्वयं को जोड़ा है. जब युवा जिम्मेदारी लेते हैं तो आयोजन की सफलता सुनिश्चित हो जाती है. प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में हो रही गतिविधियों का श्रेय देश की युवा ऊर्जा को दिया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि युवा वहीं प्रगति करते हैं, जहां आशावाद, अवसर और खुलापन होता है. प्रधानमंत्री ने युवाओं से बड़ा सोचने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, “ऐसी कोई उपलब्धि नहीं है, जो आपसे परे हो या देश आपके पीछे न खड़ा हो. किसी भी अवसर को छोटा नहीं समझना चाहिए. हर गतिविधि को एक मानदंड (बेंचमार्क) में बदलने का प्रयास करना चाहिए.” उन्होंने कहा कि जी-20 महज एक कूटनीतिक और दिल्ली-केंद्रित कार्यक्रम हो सकता था. इसकी बजाय, “भारत ने जी20 को एक ऐसा राष्ट्रीय आंदोलन बना दिया, जिसे लोगों द्वारा संचालित किया गया. सरकार ने जी20 को स्कूलों, उच्च शिक्षा संस्थानों और कौशल विकास संस्थानों के 5 करोड़ छात्रों तक पहुंचाया. यूनिवर्सिटी कनेक्ट में 100 से अधिक विश्वविद्यालयों के एक लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया.” उन्होंने कहा, “हमारे लोग बड़ा सोचते हैं और उससे भी बड़े स्तर पर काम पूरा करते हैं.”
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भारत मंडपम में जी20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट फिनाले में 4 पुस्तकों का विमोचन भी किया. इनमें भारत की जी20 अध्यक्षता की भव्य सफलता : दूरदर्शी नेतृत्व, समावेशी दृष्टिकोण ; भारत की जी20 अध्यक्षता: वसुधैव कुटुंबकम; जी20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट कार्यक्रम का सार-संग्रह; और जी20 में भारतीय संस्कृति का प्रदर्शन.
इस कार्यक्रम में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. प्रकाश मणि त्रिपाठी के मार्ग दर्शन में विश्वविद्यालय ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया. प्रो. रक्षा सिंह कोऑर्डिनेटर जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट, अर्थशास्त्र विभाग, प्रो.शामल, डॉ विनोद सेन को-कोऑर्डिनेटो, और विश्वविद्यालय के छात्र शामिल रहे. कार्यक्रम में आरआईएस के डायरेक्टर जनरल प्रो. सचिन चतुर्वेदी ने जी-20 के आयोजन पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए इसके उद्देश्यों एवं भारत के वर्तमान एवं आगामी आर्थिक व्यवस्था पर प्रकाश डाला.
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक, के अर्थशास्त्र विभाग के शोध छात्र आलोक कुमार सिंह को युवा जी 20 अंबेसडर के रूप में इस कार्यक्रम में शामिल होने और 101 संस्थानों के युवा प्रतिनिधि के तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत का भी मौका भी मिला.
जी20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट फिनाले में भाग लेने वाले विश्वविद्यालयों के लगभग 3,000 छात्र, संकाय सदस्य और कुलपति शामिल हुए, जबकि देश भर के छात्र इसके लाइव कार्यक्रम में शामिल हुए. बता दें कि जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट पहल के तहत देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए. इनमें उच्च शिक्षा संस्थानों की व्यापक भागीदारी हुई. इसके अलावा, पहल की शुरुआत विश्वविद्यालयों के लिए एक कार्यक्रम के रूप में हुई थी, जो तेजी से बढ़ती गयी और इसमें स्कूल और कॉलेज भी शामिल हो गए तथा इस प्रकार इसकी पहुँच और व्यापक हो गयी.