भिलाई. विश्व पर्यावरण दिवस पर श्री शंकराचार्य इको क्लब (पल्लवन) एवं संघर्ष एक जीवन समिति के संयुक्त तत्वाधान में वृक्षारोपण किया. तृतीय समुदाय द्वारा गठित संघर्ष एक जीवन समिति दुर्ग के सदस्यों ने इस कार्यक्रम में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया. महाविद्यालय द्वारा तृतीय समुदाय के साथ समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.
पर्यावरण दिवस पर महाविद्यालय परिसर में फलदार वृक्ष बेल, मोसंबी, नींबू, कटहल, आदि फलदार पौधों का रोपण किया गया. विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों कुमकुम, कामना, नीरजा, रिया, कुनाल, अमन, आदित्य, हर्षीता, जिशान अली द्वारा पौधों की कटाई रोकने एवं प्लास्टिक का उपयोग रोकने की शपथ ली.
विद्यार्थियों ने कहा कि वर्तमान में पड़ रही भीषण गर्मी पेड़ों की कटाई का ही नतीजा है. इसके साथ ही प्लास्टिक जैसे अन्य तत्व पर्यावरण की गर्मी को बढ़ाते हैं. इसके लिए यह अत्यंत आवश्यक है कि हम सभी प्रतिवर्ष पेड़ लगाए और उसका संवर्धन करें.
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अर्चना झा ने कहा कि मानव और पर्यावरण एक दूसरे के पूरक होते हैं. पर्यावरण प्रदूषण जलवायु मानव शरीर और स्वास्थ्य पर सीधा असर डालते हैं. पर्यावरण का अंधाधुंध दोहन करने से कई आपदाओं का सामना करना पड़ता है.
महाविद्यालय के डीन डॉ जे दुर्गा प्रसाद राव ने कहा कि पूरे विश्व में प्रदूषण तेजी से फैल रहा है जिसके कारण प्रकृति खतरे में आ गई है. प्रकृति के माध्यम से ही जीवन की सभी अनिवार्य तत्व उपलब्ध होते हैं. अगर प्रकृति प्रभावित होगी तो हमारा जीवन भी प्रभावित होगा.
इस अवसर पर संघर्ष एक जीवन समिति के सदस्य कंचन शिंदे, कामिनी साहू, राधा साहू, हसीना काजल के अलावा महाविद्यालय परिवार की डॉ सुचित्रा शर्मा, अमरजीत सिंह. उर्मिला पाठक तथा सविता पांडे भी उपस्थित थीं. कार्यक्रम का संचालन इको क्लब की प्रभारी डॉ. सोनिया बजाज ने किया. डॉ लक्ष्मी वर्मा, डॉ वंदना सिंह, डॉ गायत्री जय मिश्रा, सहित सभी प्राध्यापक तथा चतुर्थ वर्ग कर्मचारी पिकेश्वर, राधेश्याम साहू तथा हेम बाई के साथ ही सूर्य विहार कॉलोनी के सदस्य उपस्थित थे.
शंकराचार्य महाविद्यालय ने तृतीय समुदाय के साथ रोपे पौधे, मनाया पर्यावरण दिवस
