राजनांदगांव । काॅन्फ्लुऐसं महाविद्यालय के उत्पीड़न कमेटी द्वारा “मनोवैज्ञानिक उत्पीड़न” पर गेस्ट लेक्चर का आयोजन किया गया। इस लेक्चर मे मुख्य प्रवक्ता के रूप मे राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग छ. ग. शासन के पूर्व सदस्य श्री सरद श्रीवास्तव जी उपस्थित थे. उन्होंने बताया कि मनोवैज्ञानिक दुर्व्यवहार , जिसे अक्सर भावनात्मक दुर्व्यवहार या मानसिक दुर्व्यवहार या मनोवैज्ञानिक हिंसा या गैर-शारीरिक दुर्व्यवहार के रूप में जाना जाता है. दुर्व्यवहार का एक रूप है जिसमें एक व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को ऐसे व्यवहार के अधीन करता है या उजागर करता है जिसके परिणामस्वरूप मनोवैज्ञानिक आघात हो सकता है , जिसमें चिंता , क्रोनिक अवसाद , नैदानिक अवसाद या अन्य मनोवैज्ञानिक समस्याओं के बीच अभिघातजन्य तनाव विकार शामिल है। यह अक्सर अपमानजनक रिश्तों में शक्ति असंतुलन की स्थितियों से जुड़ा होता है , और इसमें बदमाशी , गैसलाइटिंग , कार्यस्थल में दुर्व्यवहार , अन्य व्यवहारों के अलावा शामिल हो सकते हैं जो किसी व्यक्ति को असुरक्षित महसूस करा सकते हैं। यह उन व्यक्तियों द्वारा भी अंजाम दिया जा सकता है जो यातना , अन्य हिंसा , तीव्र या लंबे समय तक मानवाधिकारों का हनन करते हैं ,उन्होंने इस समस्या के निवारण के लिए बताया कि विशेष रूप से बिना कानूनी उपाय के जैसे कि बिना मुकदमे के हिरासत में लेना , झूठे आरोप , झूठी सजा और अत्यधिक मानहानि जैसे कि राज्य और मीडिया द्वारा अंजाम दिया जाता है।
इसी प्रकार इस कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. रचना पांडे ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि मनोवैज्ञानिक उत्पीड़न एक प्रकार का कष्टदायक व्यवहार है जिसमें बार-बार शत्रुतापूर्ण और अवांछित शब्द, व्यवहार या कार्य शामिल होते हैं जो दर्दनाक, चोट पहुँचाने वाले, परेशान करने वाले, अपमानजनक या अपमानजनक होते हैं। ऐसी स्थितियों में, पीड़ित की गरिमा और मनोवैज्ञानिक या शारीरिक स्वास्थ्य को खतरा होता है और काम या पढ़ाई का माहौल विषाक्त हो जाता है उन्होंने कहा की हमारा महाविद्यालय ज्ञान का मंदिर है तो इस प्रकार के व्यवहार को खुद के जीवन मे कभी प्रभावित नहीं होने देना और अपने आस पास के वातावरण को भी शुद्ध बनाए रखना। साथ ही इस अतिथि व्याख्यान में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण और अध्ययनरत समस्त छात्र-छात्राएं भी इस अतिथि व्याख्यान कार्यक्रम में उपस्थित थे।
कॉन्फ्लूएंस महाविद्यालय में मनोवैज्ञानिक उत्पीड़न पर गेस्ट लेक्चर का आयोजन
