“छोटा ख्याल” में स्वयंसिद्धा सोनाली कह गई बड़ी बात
बरसों बाद आज फिर पेट के बल लेटकर किताब पढ़ने का सौभाग्य मिला है. यह मेरी बचपन की आदत है. गर्मियों की छुट्टी में इसी तरह पेट के बल लेटकर…
हिन्दी रंगमंच दिवस पर एनएचसी में जुटीं भिलाई की पांच पीढ़ियां
भिलाई। हिन्दी रंगमंच दिवस के अवसर पर 3 अप्रैल को नेहरू सांस्कृतिक सदन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. अपनी खट्टी मीठी यादों के साथ भिलाई के रंगकर्मियों की…
अब “भिलाई की बहुओं” को आगे बढ़ाएगी स्वयंसिद्धा
भिलाई। गृहिणियों की अपनी संस्था स्वयंसिद्धा अब उन गृहिणियों को आगे बढ़ाएगी जिन्होंने विवाह के बाद भिलाई को अपना घर और अपनी पहचान बना लिया. भिलाई को लघुभारत बनाने में…
सभी विधा के रचनाकारों को एकजुट करने का सार्थक प्रयास
भिलाई। रचनात्मकता निराशा के विरुद्ध मनुष्य का सबसे बड़ा हथियार है। आज जब पूरे विश्व पर युद्ध का साया मंडरा रहा है तब सभी विभागों एवं वर्गों में बिखरे हुए…
स्वयंसिद्धा की गायन प्रतियोगिता 8 दिसम्बर को
भिलाई। स्वनामधन्य स्वयंसिद्धा ग्रुप के तत्वावधान में 8 दिसम्बर को भिलाई क्लब सिविक सेन्टर में एक गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। स्वयंसिद्धा के संगीत साहित्य संस्कृति महोत्सव 2017…