लव गिव्स पेन ओनली – प्यार सिर्फ पीड़ा देता है
भिलाई। गुरू घासीदास जयंती पर भिलाई के युवा उपन्यासकार इल्मुद्दीन खान के प्रथम अंग्रेजी उपन्यास लव गिव्स पेन ओनली का विमोचन बख्शी सृजन पीठ में राजनांदगांव के वरिष्ठ शिक्षाविद् व साहित्यकार डॉ. गणेश खरे ने किया। >>>इस अवसर पर दिग्विजय महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक, साहित्यकार डॉ. शंकर मुनि राय, बख्शी सृजन पीठ छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. रमेन्द्रनाथ मिश्र, वरिष्ठ संपादक शिव श्रीवास्तव, पत्रकार व साहित्यकार शिवनाथ शुक्ल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
पुस्तक विमोचन करते हुए अतिथि डॉ. गणेश खरे ने कहा कि उपन्यास लिखना चुनौती का काम है जिसे इल्मुद्दीन खान ने किया है। सामाजिक संचेतना के लिए साहित्य ही सर्वोत्तम साधन है। विशिष्ठ अतिथि डॉ शंकर मुनि राय ने कहा कि लव गिव्स पेन ओनली उपन्यास दर्द की अनुभूति कराता है और दर्द के बिना रचना निकलती भी नहीं। आचार्य रमेन्द्रनाथ मिश्र ने कहा कि उपन्यास की पृष्ठ भूमि समसमायिक है। शिव श्रीवास्तव ने कहा कि यह उपन्यास लेखक इल्मुद्दीन के जीवन की घटना सी लगती है। कथाकार शिवनाथ शुक्ल ने उपन्यासकार इल्मुद्दीन खान को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे निरंतर लिखते रहें। इस अवसर पर लव गिव्स पेन ओनली उपन्यास के रचनाकार इल्मुद्दीन खान ने कहा कि वे जीवन के अनुभवो में लिखना सीखे हैं। इसे लिखने में उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस अवसर पर साहित्यकार रतन लाल सिन्हा, आरएस ठाकुर, नरेश विश्वकर्मा, केके पाटिल, सीमांत कश्यप, शमशुद्दीन खान, मो. फारूख गितिका, शानू मोहनन, राजाराम रसिक एवं अनेक साहित्यकार उपस्थित थे।