अपहृत जवानों के लिए कुछ नहीं किया
रायपुर। बीजापुर में नक्सली हमले के शिकार पांच जवानों में चार जवानों का शव मिलने के बाद शहर जिला कांग्रेस कमेटी ने इसे नक्सलियों की कायरतापूर्ण करतूत बता राज्य सरकार के मुखिया रमन सिंह को दोषी ठहराया। नक्सली हिंसा के शिकार जवानों को जय स्तंभ चैक पर श्रद्धांजली अर्पित कर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शित किया। Read More
शहर जिला कांग्रेस कमेटी के विकास उपाध्याय ने दो दिन पूर्व बीजापुर में नक्सलियों द्वारा अपहरण कर बंधक बनाये पांच जवानों की रिहाई के लिये राज्य सरकार द्वारा उठाये गये कदम को संवेदनहीनता का प्रमाण बताया। उन्होंने कहा कि राज्य के किसी उच्च अधिकारी को नक्सलियों द्वारा बंधक बनाया जाता है या अपहरण किया जाता है। तो राज्य सरकार सेवा निवृत अधिकारियों, मानव अधिकार कार्यकर्ताओं, एन.जी.ओ. कई प्रकार के समाज सेवी संस्थाओं का मदद लेकर अपहृत अधिकारियों को छुड़ाने का प्रयास करती है लेकिन बीजापुर में अपहृत जवानों को छुड़ाने के लिये राज्य सरकार द्वारा किये गये प्रयास सार्थक नहीं थे। जिसका परिणाम चार जवानों की निमर्म हत्या नक्सलियों द्वारा कर दी गई। इस घटना की जितनी भी निंदा की जाये वह कम है। इस घटना से छत्तीसगढ़ की सुरक्षा में लगे जवानो में मायूसी का वातावरण निर्मित हुआ। जिस प्रकार की घटना सुरक्षा में लगे जवानों के साथ हो रही है इससे बस्तर की स्थिति का आकलन किया जा सकता है।
बस्तर में आम जनजीवन नक्सलवाद के कारण बद से बत्तर हो रही है राज्य की भाजपा सरकार 11 सालों में छत्तीसगढ़ से नक्सल समस्या का हल नही निकाल पाई। कहीं न कहीं बढ़ी हुई नक्सल समस्या मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के गैर जिम्मेदाराना होने का भी प्रमाण है। नक्सल समस्या को लेकर राज्य सरकार हमेशा आरोप प्रत्यारोप की राजनीति करती रही है आज केन्द्र एवं राज्य में बीजेपी के सरकार होने के बाद भी नक्सल समस्या दिन दुगुनी रात चैगुनी बढ़ी है। श्री उपाध्याय नें अपहृत जवानों की हत्या के नक्सलियों के साथ राज्य सरकार को भी जिम्मेदार ठहरा मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की। आज के इस कार्यक्रम में कन्हैया अग्रवाल, सोमेन चटर्जी, सुनीता शर्मा, दिव्यकिशोर निआल, संजय चैहान, महेश सोनी, नरेन्द्र भुवाल, हेमंत कामड़े, विकास पाठक, कविता सेन, रानी वर्मा, सूधा सरोज, सोनू साहू, लीला साहू,, रवि तिवारी, गजेन्द्र पांडे, सौरभ अग्रवाल, साबुद्दीन, व कांग्रेसजनों ने मामबत्ती जलाकर शहीद वीर जवानों को श्रद्धांजली दी।