स्वरुपानंद कालेज में पर्यावरण पर नुक्कड़ नाटक
भिलाई। जीवन को पालने वाली प्रकृति को सुरक्षित रखने स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको, एवं टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सर्विस (टीआईएसएस) के एनयूएसएसडी प्रोग्राम में भाग लेने वाले विद्यार्थियों द्वारा जीवन संघर्ष; जानवर या इंसान विषय पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया।
महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों व विद्यार्थियों को पर्यावरण रक्षा का महत्व समझाना था। लोगों में जागरुकता आयेगी तभी प्रकृति और पृथ्वी की रक्षा संभव होगी व पर्यावरण भी बेहतर होगा। जब लाखों, करोड़ों लोग एक साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में आगे बढ़ेंगे, तभी बड़ा परिवर्तन आयेगा।
श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय परिवार ने आस-पास के लोगों को हरा रिबन बांध कर वृक्ष लगाने व वृक्षों को संरक्षित करने के लिये प्रेरित किया गया। पर्यावरण से संबंधित पोस्टर आस-पास की दुकानों, सड़कों व महाविद्यालय परिसर में लगाया गया। तत्पश्चात् नुक्कड़ नाटक वाई फाई जोन, मिलन पार्क (हुडको) व सूर्या माल में प्रस्तुत किया गया।
नुक्कड़ नाटक में तीन अलग-अलग कहानियों के माध्यम से मानव द्वारा पर्यावरण को पहुंचायी जाने वाली क्षति व पशुपक्षियों पर उसके दुष्प्रभाव को रेखांकित किया गया।
सुमीत सतपति, अपराजिता, भविष्या तलरेजा, चेतना गौर, दीप्ति सिंह, शालिनी सागर, कौशल्या बांधव, गौरव गयाली, मेघा तिवारी के शानदार अभिनय ने पशु-पक्षियों की वेदना को साकार कर दिया व दर्षकों ने भी विद्यार्थियों की भूरी-भूरी प्रषंसा की।
नुक्कड़ नाटक में महाविद्यालय के प्राध्यापक/प्राध्यापिकायें व आस-पास के लोग उपस्थित हुए।