कन्या महाविद्यालय में उन्मुखीकरण कार्यक्रम
दुर्ग। शासकीय डॉ वामन वासुदेव पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आईक्यूएसी के तत्वावधान में नव पदस्थ शिक्षकों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। उल्लेखनीय है कि महाविद्यालय में रिक्त सहायक प्राध्यापकों के पद पर अतिथि व्याख्याताओं की नियुक्तियां की गई हैं। वहीं जनभागीदारी समिति द्वारा भी अध्यापन व्यवस्था के लिए शिक्षकों की व्यवस्था की गई है। नए शिक्षकों के अध्यापन कौशल के विकास को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुशीलचन्द्र तिवारी ने कहा कि अध्यापन कार्य में सदैव अपने कार्य को अपडेट करते रहना चाहिए। पढ़ाने का तरीका ऐसा हो कि शिक्षक एवं विद्यार्थी दोनों की सहभागिता हो तभी ज्ञान का संचार भलीभांति हो सकेगा। उन्होंने कहा कि अध्यापन कार्य के पूर्व विद्यार्थियों को उनके सम्पूर्ण पाठ्यक्रम की जानकारी इकाई वार दी जानी चाहिए। विद्यार्थियों का यह बताया जाना चाहिए कि परीक्षा में प्रश्नपत्र का पैटर्न कैसा है। परीक्षा की पद्धति कैसी है।
इस अवसर पर आईक्यूएसी की प्रभारी डॉ अमिता सहगल ने भी नवपदस्थ शिक्षकों को अध्यापन कला से संबंधित तथ्यों से परिचित कराया। उन्होंने प्रायोगिक कक्षाओं में भी विद्यार्थियों को भलीभांति प्रायोगिक कार्य से परिचित कराये जाने पर बल दिया। डॉ सहगल ने कहा कि विद्यार्थियों के साथ अच्छा व संतुलित व्यवहार के साथ उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया जाना चाहिए। इस अवसर पर महाविद्यालय में नवपदस्थ जनभागीदारी शिक्षक उपस्थित रहे।