संतोष रूंगटा के स्टूडेन्ट्स ने बोरसी में किया वर्कशाप

santosh-rungta-nssपौधरोपण तथा स्वच्छ भारत अभियान के संबंध में फैलाई जागरूकता
भिलाई। रूंगटा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नालॉजी (आरसीइटी) तथा रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज (आरइसी) के इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स द्वारा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बोरसी, जिला – बेमेतरा में पौधरोपण तथा स्वच्छ भारत जैसे विषयों पर आधारित एक-दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। गौरतलब है कि ग्राम बोरसी (जिला-बेमेतरा) को संतोष रूंगटा समूह द्वारा शासन की गोद ग्राम योजना के तहत् राष्ट्रीय सेवा योजना (रासेयो) के लिये गोद लिया गया है।
santosh-rungta-nss-treeइस आयोजन के दौरान एनएसएस से जुड़े भावी इंजीनियर्स ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से पौधरोपण तथा हरियाली के महत्व को बताया इसके अंतर्गत पौधों की महत्ता को मानव जीवन में रेखांकित करते हुए यह बताया गया कि पौधों से न सिर्फ हमें फल तथा सब्जियाँ हासिल होती हैं बल्कि ये हमें छाया तथा सांस लेने के लिये ऑक्सीजन भी प्रदान करते हैं। कुछ पौधे तो े इतने उपयोगी होते हैं कि इसके प्रत्येक भाग का मानव जीवन में महत्व होता है तथा इसका उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा ग्रामवासियों को सरकार द्वारा चलाये जा रहे स्वच्छ भारत अभियान के महत्व तथा इसकी उपयोगिता के बारे में बताया गया। उन्हें स्वच्छता के लाभ तथा इसके न होने से होने वाली हानियों के संबंध में बताया गया। इस संबंध में छत्तीसगढ़ी भाषा में एक नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन भी किया गया। मौके पर ग्राम बोरसी (जिला – बेमेतरा) की सरपंच श्रीमती चन्द्रिका वर्मा तथा शा.हा.से. स्कूल की हेडमिस्ट्रेस श्रीमती रैना घृतलहरे, शाला समिति की अध्यक्षा श्रीमती लता साहू, उपाध्यक्ष श्री बिशत साहू तथा समस्त शिक्षक-शिक्षिकायें तथा शालेय विद्यार्थी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का आयोजन रूंगटा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमेन श्री संतोष रूंगटा की प्रेरणा तथा डायरेक्टर टेक्निकल डॉ. सौरभ रूंगटा, डायरेक्टर एफ एण्ड ए श्री सोनल रूंगटा के मार्गदर्शन में किया गया जिसमें रूंगटा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नालॉजी (आरसीइटी) के डायरेक्टर डॉ. एस.एम. प्रसन्नकुमार, रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज (आरइसी) के प्रिंसिपल डॉ. अजय तिवारी तथा वाइस प्रिंसिपल-आरसीइटी तथा एनएसएस प्रभारी प्रो. श्रीकांत बुर्जे, आरसीइटी तथा आरइसी के एनएसएस वॉलन्टीयर्स तथा स्टूडेंट्स का उल्लेखनीय योगदान रहा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *