भिलाई को भा गई ‘Sunday तफरी’

विविधता ने लगाए चार चांद, बन गया प्रमोशन का मंच
tafree41भिलाई। भिलाई नगर पालिक निगम द्वारा आयोजित संडे तफरी की चौथी कड़ी में कुछ पुराने ईवेन्ट हट गए। वहीं कुछ नए ईवेन्ट शामिल हुए। कुछ ईवेन्ट्स इसका स्थायी हिस्सा बन गए हैं। इन सबसे परे आम नागरिकों का जोश बढ़ता ही जा रहा है। बीती रात हुई हल्की बारिश एवं सुबह पड़ी फुहार के बावजूद इस रविवार को तफरी में अच्छी खासी भीड़ रही। इस बार कुछ नई टीमों ने पुराने का स्थान लिया। यह विविधता भी भिलायंस को खूब रास आई।tafree43 tafree44 tafree42 tafree45महिलाओं को सुरक्षा एवं आत्मरक्षा के टिप्स देकर अपना खास स्थान बना चुकी रक्षा टीम के सदस्य आज नजर नहीं आए। इसी तरह अपने रैप पर लोगों को झूमने के लिए मजबूर करने वाली रूहदारी की टीम भी आज कहीं नजर नहीं आई। लगातार तीन रविवार को अपने जोशीले नुक्कड़ नाटकों से समाज में परिवर्तन का प्रयास करने वाले आर्टकॉम के बच्चे भी इस बार नहीं दिखे। वेट लिफ्टिंग का सामान लेकर यहां आने वाले अग्रवाल स्पोट्र्स का स्टाल भी इस बार नहीं दिखा। इनका स्थान इस बार हूलाहूप ने ले लिया। बच्चों ने इस कला का खूबसूरत प्रदर्शन किया। कुछ महिलाओं एवं युवतियों ने भी हूलाहूप खेलने की कोशिश की। आर्टकॉम के स्थान पर इस बार एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग की छात्राएं नुक्कड़ नाटक लेकर यहां पहुंची। इस बार हर्बालाइफ के प्रमोटर्स भी प्रचार प्रसार करते नजर आए। उन्होंने तफरी में आने वाले लोगों को मुफ्त में हेल्थ ड्रिंक सर्व किया।
पिछले तीन रविवारों की तरह इस बार भी अपोलो बीएसआर का स्वास्थ्य शिविर यहां लगा। वहां सीपीआर की ट्रेनिंग भी दी गई। बीएसआर हेल्थ केयर ग्रुप की यह कोशिश रही है कि लोग आपात स्थिति से निपटने के लिए बेसिक ट्रेनिंग लें ताकि वे हृदयाघात की स्थिति में रोगी के प्राणों की रक्षा कर सकें।
जुम्बा और स्ट्रीट डांसिंग ग्रुप ने इस बार भी खूब धमाल किया। इनके पास अच्छी खासी भीड़ दिखी। सड़क पर रखे गए बास्केटबाल स्टैण्ड्स पर भी लोगों ने खूब मस्ती की।
राम-राम की गूंज पर थिरके लोग : इस बार राम नाम पर भी लोग थिरकते मिले। आर्ट ऑफ लिविंग ने इसका आयोजन किया था। भजन की लाय के साथ लोग तालियां बजाते- भगवान राम का नाम लेते गोल घेरा बनाकर थिरकते नजर आए। योग शिविर भी पूर्ववत लगे जहां लोगों ने योगाभ्यास किया।
जूडो के फैन बढ़े : आज का मुख्य आकर्षण जूडो मैट पर अपनी कला का प्रदर्शन करते जूडोगी रहे। यहां लड़कियां लड़कों को उठा-उठाकर पटकती दिखीं। इनमें सीनियर जूडो गल्र्स और राष्ट्रीय खिलाड़ी भी शामिल थीं। उन्होंने तफरी करने वाले युवतियों और महिलाओं को भी इसका प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि यदि तरीका पता हो, दिमाग को ठंडा रख सको तो अपने से दुगनी कद काठी के व्यक्ति को भी आसानी से पटखनी दी जा सकती है।

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