मस्तिष्क से जुड़े बच्चों को अलग करेंगे एम्स के डॉक्टर

जब बच्चे एम्स में भर्ती किए गए थे तब डॉक्टरों ने कहा था कि उन बच्चों के मस्तिष्क में रक्त संचार के लिए भी एक ही रास्ता है। डॉक्टरों का कहना था कि उन बच्चों का वजन कम, फेफड़े में संक्रमण व गले में गांठ थी, जिसमें मवाद थी। उनके स्वास्थ्य में सुधार व जांच पूरी होने के बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने का फैसला किया है। न्यूरो सर्जरी व एनेस्थीसिया विभाग के डॉक्टरों की टीम उनका ऑपरेशन करेगी।
डॉक्टरों ने कहा था कि एक बच्चे का मस्तिष्क 70 फीसद व दूसरे का 50 फीसद तक फ्यूज है। मस्तिष्क में यदि रक्त संचार का एक ही माध्यम हो तो ऑपरेशन अधिक जटिल हो जाता है और एक बच्चे के ही बचने की उम्मीद रहती है। इसके अलावा दोनों बच्चे सिर से ऐसे जुड़े हैं कि बेड पर सोते वक्त दोनों के सिर बीच में और शरीर एक दूसरे के विपरीत दिशा में होते हैं। यही कारण है कि उनकी सर्जरी के लिए दो ऑपरेशन टेबल व एनेस्थीसिया देने के लिए दो मशीनों की जरूरत होगी।