5 साल की उम्र में मां बन गई थी लीना, पिता पर रहस्य कायम
पेरू. लीना मदीना ने पांच साल, सात महीना 17 दिन की उम्र में अपनी पहली संतान को जन्म दिया. उसे आठ माह की उम्र में ही माहवारी शुरू हो गई थी. शिशु को जन्म देने के समय उसका शरीर पूरी तरह से विकसित हो चुका था. श्रोणी देश के संकुचित होने के कारण लीमा के एक अस्पताल में उसकी सिजेरियन डिलीवरी कराई गई. लीना ने आज तक अपने बच्चे के पिता का नाम नहीं बताया है. संदेह के आधार पर उसके पिता और मंदबुद्धि भाई को गिरफ्तार किया गया था. पर सबूतों के अभाव में उन्हें रिहा करना पड़ा.
लीना को दुनिया की सबसे कम उम्र की मां बनने का खिताब जाता है. पांच साल की उम्र में इसके पेट के बढ़ते आकार ने सबको चिंतित कर दिया. स्थानीय ओझा ने बताया कि बच्ची के पेट में एक सांप है जिसे निकालने के लिए अनुष्ठान करने होंगे. अनुष्ठान किये गये, खाना-पीना भी हुआ पर सांप नहीं निकला. जब बच्ची को लीमा के अस्पताल ले गए तो पता चला कि वह सात माह की गर्भवती थी. इसका मतलब यह हुआ कि जब उसका रेप हुआ तक उसकी उम्र 5 साल से भी कम थी.
शिशु को जन्म देने के बाद उसने माता-पिता के सहयोग से उसकी अच्छी देखभाल की. 10 साल की उम्र तक शिशु को यही पता था कि लीना उसकी बड़ी बहन है. 11 साल का होने के बाद ही उसे सच्चाई बताई गई. उसका नाम लीना का इलाज करने वाले डॉक्टर के नाम पर जेरार्दो रखा गया. विवाह के बाद 1972 में लीना ने अपने दूसरे पुत्र को जन्म दिया. उसके पहले पुत्र का जन्म लगभग 40 साल पहले 27 सितम्बर, 1933 में हुआ था.
दरअसल, जिस गांव में लीना का जन्म हुआ था, वहां तरह तरह की प्रथाएं थीं. कुछ ऐसे त्यौहार भी मनाए जाते थे जिसके बाद लोग उद्दाम यौन संबंध बनाते थे. इस दौरान कई बच्चियों का बलात्कार भी हो जाता था. हो सकता है लीना भी बलात्कार का शिकार हुई हो और इसीलिए वह अपने बच्चे के पिता का नाम नहीं बता पाती. इस विषय को लेकर उसने मीडिया से कभी कोई बातचीत नहीं की. कुछ साल पहला संवाद एजेंसी रायटर ने उसका साक्षात्कार करने की कोशिश की थी, पर उसने साफ मना कर दिया.
मेडिकल जर्नल ला प्रेसी मेडिकाल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार लीना ने 14 मई 1939 को सीज़ेरियन के द्वारा एक लड़के को जन्म दिया. सामान्य प्रसूति उसकी श्रोणि के छोटे आकार के कारण संभव नहीं थी. शल्यक्रिया डॉ लोज़ादा और डॉ बुसालिऊ द्वारा की गयी थी जबकि निष्चेतना डॉ कोलारेता द्वारा प्रदान की गई थी. रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि लीना सिर्फ आठ माह की उम्र में ही रजस्वला हो गयी थी. चार साल की उम्र तक उसके स्तनों का विकास पूर्ण हो चुका था. पांच साल की उम्र तक उसकी श्रोणि का चौड़ी होना और अस्थि परिपक्वण भी काफी हद तक हो चुका था. शल्यक्रिया के दौरान डॉक्टरों ने पाया कि अकालिक यौवनारंभ के कारण उसके प्रजनन अंगों का विकास पूर्ण हो चुका था.