16 महीने के बच्चे की किडनी से निकाली पथरी, निगरानी में रहेगा
भिलाई। आरोग्यम यूरोलॉजी एंड नेफ्रोलॉजी अस्पताल में एक 16 महीने के बच्चे की किडनी से पथरी निकाली गई. दूरबीन पद्धति से किये गये इस आपरेशन के दो दिन बाद ही बच्चे को छुट्टी दे दी गई है. पर उसे लगातार चिकित्सकीय निगरानी में रखना होगा क्योंकि पथरी का जोखिम हमेशा बना रहेगा. आरोग्यम के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ आरके साहू ने बताया कि इतने छोटे बच्चों में किडनी स्टोन का होना कोई आम बात नहीं है. हालांकि, ऐसे मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. बच्चों में इसके लक्षण कुछ अलग होते हैं. वयस्कों में जहां आम तौर पर कमर के आसपास या पार्श्व में तेज चुभते दर्द का अहसास होता है वहीं इसमें हल्का हल्का दर्द हो सकता है. बच्चे को बुखार आ सकता है. उसके पेशाब में रक्त के कतरे हो सकते हैं. उसे पेशाब करने में तकलीफ हो सकती है या पेशाब रूक-रूक कर हो सकता है. वह बार बार यूरिन इंफेक्शन का शिकार हो सकता है.
आरोग्यम के संचालक यूरोसर्जन डॉ नवीन राम दारूका ने बताया कि ऐसे मामलों की जांच पूरी गंभीरता से की जानी चाहिए. कारणों का सही सही पता लगाने के बाद ही इसका पुनरावृत्ति को रोका या टाला जा सकता है. बहरहाल, बच्चे की किडनी से पथरी दूरबीन पद्धति से निकाल दी गई है. इसके साथ ही खान पान को लेकर विशेष सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई है. ऐसे मामलों में पथरी का फिर से बनना बेहद आम है जिसे टालने की हर संभव कोशिश की जाएगी.