ईनाम देखकर उतरा खिलाड़ियों का चेहरा

cycle2भिलाई। राज्य स्तरीय साइकिल रेस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने यहां दूर-दराज से पहुंचे खिलाड़ियों का चेहरा ईनाम की राशि देखते ही उतर गया। कहां तो उन्हें 21 हजार रुपए की राशि मिलने की उम्मीद थी और कहां मिले सिर्फ 5000 रुपए। इस प्रतियोगिता में भाग लेने 200 खिलाड़ी पूरे छत्तीसगढ़ से आए थे जो अब यह कहानी अपने अपने जिले में सुनाएंगे। Read More
cyclist Elizabeth and Surajजशपुर, अम्बिकापुर, कोरबा से यहां पहुंचे खिलाड़ियों ने इससे कहीं अधिक पैसे तो तैयारी और यहां तक आने जाने पर ही खर्च कर दिए थे। उन्हें उम्मीद थी कि चार पैसे मिलेंगे तो बेहतर साइकिल लेने का प्रयास करेंगे। उन्हें बताया गया था कि प्रथम पुरस्कार में ईनाम की राशि 21 हजार रुपए होगी। उन्होंने इसके लिए 15 दिन तक पहाड़ी सड़कों पर प्रतिदिन 40 किलोमीटर साइकिल चलाकर अभ्यास किया था। इनमें से दो खिलाड़ियों ने अपने अपने वर्ग में प्रथम पुरस्कार जीता भी पर ईनाम की राशि ने उन्हें निराश कर दिया।
आज सुबह जिला पुलिस कप्तान मयंक श्रीवास्तव ने हरी झण्डी दिखाकर इस रेस को रवाना किया। इस अवसर पर संघ की वर्किंग प्रेसीडमेन्ट संगीता केतन शाह, उपाध्यक्ष जीएस बाम्बरा भी उपस्थित थे। जशपुर की एलिजाबेथ बेक और अम्बिकापुर के सूरज नामदेव ने इस प्रतियोगिता में अपने अपने वर्ग का प्रथम पुरस्कार जीता। 50-50 हजार की साइकिल लेकर सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा कर ये यहां पहुंचे थे। एलिजाबेथ और सूरज ने अपने अपने वर्ग की प्रतियोगिता जीत ली। कोच गौतम दुबे भी प्रथम आते आते रह गए। उनकी साइकिल की चेन उतर गई थी।
टीम अभी जीत का जश्न मना ही रही थी कि पुरस्कार वितरण प्रारंभ हो गया। प्रथम पुरस्कार में जब उनके हाथ में पांच-पांच हजार रुपए रख दिए गए तो उनके उत्साह पर पानी फिर गया। विजेताओं से मिलने पहुंची मीडिया के सामने वे खुद को रोक नहीं पाए। उन्होंने कहा कि आयोजन बढ़िया था, खाना पीना भी बढ़िया था पर प्राइज मनी के नाम पर उन्हें ठग लिया गया है। पांच हजार रुपए जीतने के लिए पांच हजार रुपए खर्च कर 50 हजार से डेढ़ लाख रुपए तक की साइकिल लेकर कोई जशपुर से भिलाई नहीं आता।
state level cycling championship at bhilaiनहीं था कोई कमिटमेंट
इधर आयोजन समिति छत्तीसगढ़ साइक्लिंग स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सचिव रवि राजा ने फोन पर बताया कि प्राइज मनी को लेकर ऐसा कोई कमिटमेन्ट नहीं किया गया था। राशि को लेकर यदि खिलाड़ियों को कोई गलतफहमी हुई है तो इसके लिए आयोजक जिम्मेदार नहीं हैं। प्राइज मनी की घोषणा जरूर की गई थी और प्राइज मनी दिया भी गया है। किन्तु यह राशि कितनी होगी, इस संबंध में समिति ने कोई घोषणा नहीं की थी।
झूठ बोल रहे आयोजक
इधर साइकिल रेसिंग के खिलाड़ी नेहा जायसवाल, नीतू मसीह, नीतेश ताम्रकार, सागर तिवारी, अमित गुप्ता, मनमोहन यादव, सहदेव केवट, चोलाराम, शिव भजन आदि ने कहा कि आयोजन समिति झूठ बोल रही है। अखबार में समाचार पढ़ने के बाद भी हमने इनसे सम्पर्क किया था। तब भी हमें प्राइज मनी के 21 हजार रुपए होने की बात कही गई थी।

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