100 साल पहले ईंटों से बना था यह रेलवे पुल, अब भी गुजर रही गाड़ियां
मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर. एमसीबी जिले में स्थित हसदेव रेलवे पुल अपनी स्थापना के 100 साल पूरे करने जा रहा है. पूरी तरह ईंटों से निर्मित इस रेलवे ब्रिज से होकर आज भी … Read More
मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर. एमसीबी जिले में स्थित हसदेव रेलवे पुल अपनी स्थापना के 100 साल पूरे करने जा रहा है. पूरी तरह ईंटों से निर्मित इस रेलवे ब्रिज से होकर आज भी … Read More
मनेन्द्रगढ़. प्राकृतिक बदलाव एवं इंसानों के हस्तक्षेप के कारण दुनिया के नक्शे से अनेक जीव जन्तुओं का सफाया हो चुका है. बाघों की गिनती भी ऐसे ही वन्यप्राणियों में होती … Read More
रायपुर. संभवतः देश का यह एकमात्र मंदिर है जहां प्रभु श्रीराम अपने सभी भाइयों के साथ विराजे हैं. मंदिर में एक तैरती शिला भी है जिसे रामेश्वरम से लाकर यहां … Read More
बिलासपुर जिले का एक छोटा सा कस्बा है मल्हार. अरपा, लीलागर और शिवनाथ नदी के बीच बसा मल्हार कभी कलचुरियों का गढ़ रहा है. यहां मां डिडनेश्वरी देवी का प्रसिद्ध … Read More
प्रदेश की दूसरी व जिले की सबसे ऊंची चोटी दलहा पहाड़ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा. वन विभाग को इसके लिए 10 लाख रुपए की स्वीकृति … Read More
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा क्षेत्र के लोगों ने बारिश के लिए अपने आराध्य भीमसेन को मनाने की कोशिश की. उदेला के पहाड़ पर स्थापित भीमसेन दरअसल 5 फुट … Read More
पौराणिक काल का एक प्रसंग है. एक बार विष्णु और ब्रह्मा में श्रेष्ठता को लेकर विवाद हो गया. स्कंदपुराण में यह प्रसंग आता है. शिवजी ने दोनों की परीक्षा ली. … Read More
कवर्धा. लद्दाख का मैग्नेटिक हिल पूरी दुनिया में मशहूर है. छत्तीसगढ़ के मैनपाट में भी एक स्थान है जहां पानी ऊपर की तरफ बहता है, गाड़ी को न्यूट्रल करके छोड़ … Read More
प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त श्री हनुमान को सर्वशक्तिमान, शौर्य और पुरुषार्थ का प्रतीक माना जाता है. बाल ब्रह्मचारी श्री हनुमान की कभी किसी ने स्त्री रूप में कल्पना तक … Read More
रायगढ़. वनवास के दौरान जब सीता प्यास से व्याकुल हो उठी थी तो श्रीराम ने अपने तीर से पाताल को भेद कर पानी का सोता बहा दिया था. यह सोता … Read More
वैसे तो छत्तीसगढ़ का बस्तर दशहरा अपनी अनूठी परम्पराओं और लंबी अवधि के लिए विश्व प्रसिद्ध है, पर देवभोग की परम्परा भी कम रोचक नहीं है. गरियाबंद जिले के देवभोग … Read More
दंतेवाड़ा। दक्षिण बस्तर के दंतेवाड़ा जिले में गीदम-बारसूर मार्ग पर फणी-नाग का मंदिर है। इस मंदिर की स्थापना नागवंशी राजाओं ने की थी। विशेष अवसरों पर यहां पूजा अर्चना करने … Read More