छात्र शक्ति सबसे बड़ी शक्ति : वर्मा
सीएसआईटी ने गणतंत्र दिवस पर गांव को गोद लेने का किया संकल्प
दुर्ग। छत्रपति शिवाजी इंजीनियरींग महाविद्यालय दुर्ग में प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी 67 वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर संस्था के चेयरमेन अजय प्रकाश वर्मा ने ध्वजारोहण किया। मौके पर महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. अनुराग वर्मा, प्राचार्य डॉ. महेश पी., डीन एकेडमिक डॉ.एन.टी.खोब्रागढ़े, सभी ब्रांच के विभागाध्यक्ष, महाविद्यालय स्टाफ तथा विद्यार्थीगण उपस्थित रहे। Read More
महाविद्यालय के सुरक्षाकर्मीयों के द्वारा तिरंगे को सलामी दी गई। इस राष्ट्रीय पर्व पर संस्था के चेयरमेन अजय प्रकाश वर्मा ने देश के वीर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किये। उन्होंने संस्था में अध्ययनरत सभी छात्र-छात्राओं एवं सभी स्टाफ मेम्बर्स को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आज हमारा देश 67 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। एक लंबा सफर हमने तय किया है, 26 जनवरी का यह पर्व सिर्फ छुट्टियां मनाने का नहीं, बल्कि आत्म आंकलन एवं आत्म मंथन का समय होता है कि हमने अपने पूर्वजों एवं देश के लिए शहीद हुए जवानों के द्वारा प्रदान किये गये स्वतंत्रता का सही मायने में कितना सदुपयोग किया है। आज के दिन हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि अपने विकास के साथ ही साथ अपने परिवार, राज्य एवं देश के विकास में भी अपनी भागीदारी दें। देश की विकास की गति को बढ़ाने के लिए देश को युवा शक्ति की आवश्यकता है। जो हमारे देश की रीढ़ साबित होगी।
श्री वर्मा ने घोषणा की कि संस्था इस गणतंत्र दिवस को कुछ नया पहल करने जा रहा है, जिसके अंतर्गत दुर्ग ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्र स्थित किसी एक हायर सेकेण्डरी स्कूल को गोद लेने का निर्णय लिया गया है। जिसमें संस्था के सहयोग के साथ ही साथ संस्था में कार्यरत समस्त कर्मचारी एवं अध्ययनरत समस्त विद्यार्थियों का सहयोग उक्त विद्यालय के विद्यार्थियों विकास लिए लिया जावेगा।
संस्था के डायरेक्टर डॉ. अनुराग ने कहा कि देश ने तरक्की के कई नये सोपान गढ़े। देश बदला, समाज और लोग भी बदले, बदलाव एक अनवरत प्रक्रिया है। गणतंत्र दिवस एक ऐसा दिवस है, जिस दिन हम देश के प्रति अपनी भावनाएं अपने जज्बात को अभिव्यक्त करते है। उन्होंने आगे कहा कि सभी छात्र – छात्राये कल के भावी इंजीनियर है। सभी अपनी जिम्मेदारियों एवं अपने कर्तव्यों का पुरी निष्ठा एवं पुरी ईमानदारी से निर्वहन करेंगे तो आप खुद के विकास के साथ – साथ देश के विकास में सहायक बनेंगे, यही वह समय होता है जब हम आत्म चिन्तन कर देखे कि आजतक हमने क्या खोया और क्या पाया? इस सोच को आत्ममंथन कर एक नया उद्देश्य लेकर देश की तरक्की में भागीदार बनें। प्राचार्य डॉ. महेश पी. ने सभी स्वंतत्रता संग्राम सेनानियों को याद करते हुए उनकी वीरता और कुर्बानी का बखान किया साथ ही उन्होंने वर्तमान समय में चल रहे देश की गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि निश्चय ही हम सभी को भी स्वच्छ भारत अभियान का हिस्सा होना चाहिए। ताकि घर, समाज, राज्य तथा देश गंदगी मुक्त होकर निर्मल और स्वच्छ भारत में तब्दिल हो सके।
संस्था के डीन एकेडमीक डॉ. एन.टी. खोब्रागड़े ने भी सभी स्टाफ एंव छात्र – छात्राओं को 67वां गणतंत्र दिवस की बधाई दी। उन्होने बताया कि 26 जनवरी को पूर्ण स्वराज दिवस के रूप में मनाया जाता है। देश के विद्वानों द्वारा संविधान लागू किये जाने से पहले भी 26 जनवरी का बहुत महत्व था। 26 जनवरी को विशेष दिन के रूप में चिन्हित किया गया था। देश आजादी के बाद जब संविधान बना तब 26 जनवरी 1950 को ही संविधान लागू किया गया। उन्होंने इस तरह के कई घटनाओं का जिक्र करते हुए सभी छात्र-छात्राओं एवं स्टाफ मेम्बर्स को अपने उद्बोधन से मंत्र मुग्ध कर दिया। इसी कड़ी में उन्होने अपने उद्बोधन में युवा शक्ति का आह्वान करते हुए कहा कि इंजिनियरों को आज के युग का विश्वकर्मा कहा जाता है। इंजिनियरों को अपनी काबिलियत एवं क्षमता को पहचान कर देश के विकास अग्रणी भूमिका निभाना चाहिए, जैसे भगवान विश्वकर्मा सृष्टि के रचनाकार वैसे ही वर्तमान के इंजिनियर नई – नई तकनीकियों का सृजन कर देश के विकास में सहयोग दे सकते है साथ ही देश को शक्तिशाली बना सकते है। देश में चल रहे ‘स्टार्टअप इंडियाÓ, ‘महिला सशक्तिकरणÓ, ‘बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओÓ अभियान पॉलीथिन मुक्त शहर एवं स्वच्छ भारत अभियान की परिकल्पना निश्चय ही सराहनीय है। फ्रांस के राष्ट्रपति माननीय फ्रांस्वा ओलांद का हमारे देश में आना एवं हमारे देश के सबसे बड़े राष्ट्रीय पर्व में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होना पूरे देश के लिये गर्व एवं अभिमान की बात है। यह दर्शाता है कि भारत नई शक्ति के रूप में पूरे विश्व पटल पर अपना स्थान बना रहा है।
महाविद्यालय के रजिस्ट्रार राजेश वर्मा ने संस्था में अध्ययनरत सभी छात्र-छात्राओं एवं सभी स्टाफ मेम्बर्स को 67वां गणतंत्र दिवस की बधाई दी एवं देश के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। तत्पश्चात महाविद्यालय के सीआरएम राजीव नायर ने राष्ट्रीय पर्व की बधाई देते हुए कहा कि भारतीय लोग पूरे विश्व में सबसे तीक्ष्ण बुद्धि वाले होते है, इसी का परिणाम है कि आज पूरे विश्व पटल पर भारतीय छाये हुए है। विश्व की सभी बड़ी प्रमुख कम्पनियों में भारतीय उच्च पदों पर आसीन हैं, ये भारतीयों के लिए बड़े गर्व एवं सम्मान की बात है। आगे उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि इंजीनियरो के बिना राष्ट्र का निर्माण अधूरा है।
महाविद्यालय के छात्र – छात्राओं ने भाषण एवं कविता के माध्यम से भारत के वीर सपुतों को श्रद्धांजली देते हुए देश के प्रति अपने सम्मान एवं भावनाओं को व्यक्त किया। इस अवसर पर महाविद्यालय का पुरा वातावरण देश भक्ति से ओतप्रोत हो गया। कार्यक्रम का संचालन रजिस्ट्रार राजेश वर्मा ने किया। 67वां गणतंत्र दिवस के इस शुभअवसर पर महाविद्यालय के विभागाध्यक्ष, सभी विभाग के प्राध्यापकगण और कार्यालय प्रमुख सह कर्मचारीगण के साथ – साथ महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र – छात्राऐं और भारी संख्या में जनसमूह उपस्थित रहें। महाविद्यालय परिसर स्थित प्रांगण में आयोजित इस ध्वजारोहण कार्यक्रम को देखते ही बनता था।