मुम्बई से लौटकर बीएसआर कैंसर में कराई सर्जरी

जांच में बीत गए दो माहए सर्जरी के लिए एक माह बाद की मिली तारीख
भिलाई। 60 साल की रुक्मणी देवी के लिए बीएसआर कैंसर अस्पताल वरदान साबित हुआ। इससे पहले वह मुम्बई गई थी जहां जांच में ही दो माह निकल गए और फिर सर्जरी के लिए एक माह बाद की तारीख मिली। परिवार का इतने दिनों तक मुम्बई में ठहरे रहना मुमकिन नहीं था। वह लौट आई और बीएसआर कैंसर हॉस्पिटल में 9 दिन पहले उसकी सर्जरी हो गई।भिलाई। 60 साल की रुक्मणी देवी के लिए बीएसआर कैंसर अस्पताल वरदान साबित हुआ। इससे पहले वह मुम्बई गई थी जहां जांच में ही दो माह निकल गए और फिर सर्जरी के लिए एक माह बाद की तारीख मिली। परिवार का इतने दिनों तक मुम्बई में ठहरे रहना मुमकिन नहीं था। वह लौट आई और बीएसआर कैंसर हॉस्पिटल में 9 दिन पहले उसकी सर्जरी हो गई। बिलासपुर निवासी रुक्मणी के पेट में पानी भर गया था। स्थानीय चिकित्सकों ने कैंसर की आशंका जताते हुए उन्हें मुम्बई जाने की सलाह दे दी। अपने पुत्रए बहू और पोते के साथ वह मुम्बई रवाना हुई। वहां एक महीने तक तो उन्हें डेट ही नहीं मिली। जांच करवाते एक और महीना बीत गया। इसके बाद सर्जरी के लिए एक माह बाद की डेट मिली। Watch Video
रुक्मणी ने बताया कि बेटा प्रेमचंद रेलवे में नौकरी करता है। इतने दिन तक छुट्टी लेना उसके लिए संभव नहीं था। इसलिए पत्नी भागमती और बेटे महेन्द्र को वहीं छोड़कर वह लौट आया था। तीन महीने तक रुकना पोते के लिए भी संभव नहीं था। इसलिए पूरा परिवार लौट आया। यहां बीएसआर कैंसर हास्पिटल में दिखाने के बाद 6 अप्रैल को आंको सर्जन डॉ नितिन बोमनवार ने सर्जरी कर दी। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गई हैं।
ग्रॉस एसाइटिस का केस था
बीएसआर कैंसर हास्पिटल के आंको सर्जन डॉ नितिन बोमनवार ने बताया कि यह ग्रास एसाइटिस का केस था। डिम्बग्रंथी में ट्यूमर और संक्रमण था जिसके कारण पेट में पानी भर गया था। टोटल हिस्टेरेक्टॉमी विथ बाइलैटरल सैल्पिंगो ऊफोरेक्टॉमी की गई। साथ ही पेल्विक लिम्फनोड डाइसेक्शन के साथ ही ओमेनटेक्टॉमी कर दी गई। मरीज के पेट से लगभग छह बॉटल पानी निकला। सर्जरी के नौ दिन बाद मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ है और किसी भी समय उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *