मुरैना। बढ़ते बीहड़ रोकने में जब सरकार और सेना नाकाम हो गई तो इलाके के किसान बीहड़ की तस्वीर बदलने के लिए आगे आए। किसानों ने 20 साल में बीहड़ के बड़े भाग को खेती योग्य बना दिया। 40 साल (1955-95) में सरकार व सेना तीन लाख हेक्टेयर बीहड़ में से सिर्फ 76 हजार हेक्टेयर को ही खेती योग्य बना पाए, लेकिन पिछले 20 साल में अंचल के किसानों ने दो लाख हैक्टेयर से अधिक बीहड़ को खेती के लायक बना दिया है।












