रिसाली हाईस्कूल के ग्रीष्मकालीन कला शिविर में दिखे विविध रंग
भिलाई। रिसाली गांव हाईस्कूल में ग्रीष्मकालीन निशुल्क कलाशिविर के समापन समारोह में प्रशिक्षण देने वाले कलापुरोधाओं का एक भव्य समारोह में सम्मान किया गया। पुरस्कृत कलागुरुओं में प्रख्यात माडर्न आर्ट चित्रकार डी.एस. विद्यार्थी, लिम्का बुक आॅफ वर्ल्ड रिकार्ड सम्मानित मूर्तिकार अंकुश देवांगन, बी. एल. सोनी, रामचंद्र सर्पे, रुपा साहू, सतीश सोनी, श्रीमती कृष्णा चौधरी, डॉ. प्रिया श्रीवास्तव, राजा तंतुराज, सुस्मिता चौधरी, शशिप्रिया, सुगम शिवालय जैसे राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों ने शिरकत की।महिला व बालिका मंडल युवा स्वर्णकार संघ भिलाई-दुर्ग के तत्वाधान में इस विशाल कलाशिविर का समापन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ। डी.एस. विद्यार्थी, सतीष सोनी, शशिप्रिया जैसे मंजे हुए कलाकारों के निर्देशन में चित्रकला की प्रदर्शनी, अंकुश देवांगन के निर्देशन में मूर्तिकला का प्रदर्शन आकर्शन का केन्द्र रहा। श्रीमती कृष्णा चौधरी के योग के दीवाने यहां 5 वर्ष से लेकर 65 वर्ष तक के लोग थे, जो अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग होने यहां आए थे, इसी तरह अंग्रेजी के डर के भूत को कु. सुस्मिता चौधरी भगा रही थी, जो स्पोकन इंगलिश की कक्षाएं लेती थीं। सोनी समाज के अध्यक्ष प्रसिद्ध चित्रकार बी. एल. सोनी ने थर्माकोल एवं कैलीग्राफी का प्रशिक्षण दिया। कलागुरु कु. प्रिया श्रीवास्तव ने बच्चियों को ऐसा संवारा कि उनके माता-पिता भी भौंचक्के रह गए। प्रिया चीन के बीजिंग में भी भारत का प्रतिनिधीत्व कर चुकी हैं। उनके निर्देशन में स्थानीय बच्चों ने भरत नाट्यम की प्रस्तुति दी। रामचंद्र सर्पे ने बच्चों को तबले की विधा सिखाई। खैरागढ़ से आए राजा तंतुराज के प्रशिक्षुओं ने गायन व वादन प्रस्तुत किया। संचालन रुपा साहू और बी. एल. सोनी ने किया। पुरस्कार वितरण बोधिलाल सोनी, ओम सोनी, महिला अध्यक्ष चंद्रकांता सोनी, शाला प्राचार्या श्रीमती एम.बी. बंजारे, देवेन्द्र तिवारी द्वारा किया गया।