साइंस कालेज में सातवें वेतनमान के लिए काली पट्टी बांधकर जताया विरोध

दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के समस्त प्राध्यापकों/सहायक प्राध्यापकों ने 6 सितंबर को काली पट्टी लगाकर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सातवें वेतनमान प्रदाय करने में की जा रही देरी के विरोध में अध्यापन कार्य किया। यह आयोजन छत्तीसगढ़ महाविद्यालय प्राध्यापक संघ के निर्देशानुसार किया गया।दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के समस्त प्राध्यापकों/सहायक प्राध्यापकों ने 6 सितंबर को काली पट्टी लगाकर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सातवें वेतनमान प्रदाय करने में की जा रही देरी के विरोध में अध्यापन कार्य किया। यह आयोजन छत्तीसगढ़ महाविद्यालय प्राध्यापक संघ के निर्देशानुसार किया गया। प्राध्यापकों ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों को सातवा वेतनमान प्रदान किया जा चुका है तथा 5 सितंबर को शासन द्वारा अनेक मंडल, निगम आदि को भी सातवां वेतनमान प्रदान कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ के केवल विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालय के शिक्षकगण सातवें वेतनमान से वंचित है। प्राध्यापक संघ ने छत्तीसगढ़ प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह तथा उच्चशिक्षा मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय से मिलकर सातवें वेतनमान जारी करने का अनुरोध किया था, जिस पर मुख्यमंत्री एवं उच्चशिक्षा मंत्री ने सकारात्मक कार्यवाही का आश्वासन प्राध्यापक संघ के पदाधिकारियों को दिया था, परंतु लंबा समय व्यतीत हो जाने के पश्चात भी छत्तीसगढ़ शासन द्वारा विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के प्राध्यापकों हेतु सातवें वेतनमान की घोषणा में विलंब से प्राध्यापक वर्ग में निराशा है। उल्लेखनीय है, कि देश में केन्द्र ने 2016 से सातवें वेतनमान लागू कर दिया गया है, तथा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडू, तेलंगाना तथा अरूणाचल प्रदेश आदि राज्यों में संबंधित राज्य सरकारों द्वारा विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के शिक्षकों हेतु सातवें वेतनमान की घोषणा की जा चुकी है। महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने माननीय मुख्यमंत्री तथा प्रदेश के उच्चशिक्षा मंत्री से प्राध्यापकों के हित में शीघ्र सातवें वेतनमान की घोषणा का आव्हान किया है।

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