शंकराचार्य कालेज के विद्यार्थियों ने किया इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय का शैक्षणिक भ्रमण
भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी एवं बायोटेक्नोलॉजी विभाग के द्वारा इंदिरा गॉधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर का शैक्षणिक भ्रमण किया गया। विश्वविद्यालय के टिशु कल्चर विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. शुभा मुखर्जी व डॉ. संजय भावरे ने बी.एस.सी. एवं एम.एस.सी. के विद्यार्थियों को प्लांट टिशू कल्चर लैब, मोलेक्युलर बायोलॉजी लैब एवं अन्य प्रमुख रिसर्च से जुड़ी प्रयोगशालाओ का भ्रमण कराया तथा अत्याधुनिक मशीनों के उपयोग व उनकी कार्यप्रणाली से विद्यार्थियों को अवगत कराया। उन्होंने विद्याथिर्यों को यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ में चावल की 23000 प्रजातियां है जिनमें से 8000 आसपास की प्रजातियों पर कार्य किया जा रहा है। प्रयोगशाला भ्रमण के बाद विद्यार्थियों को ग्रीन हाउस का भी अवलोकन करने का अवसर प्राप्त हुआ। संग्रहालय का भ्रमण विद्यार्थियों को कृषि के विभिन्न पक्षों को विस्तृत रूप से समझाते हुए करवाया गया तथा विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को शांत किया गया। वरिष्ठ वैज्ञानिकों से विद्यार्थियों ने शोध और कैरियर से भी संबंधित प्रश्न पूछे। महाविद्यालय की निदेषक एवं प्राचार्य डॉ. रक्षा सिंह ने कहा कि किताबों के द्वारा विद्यार्थियों को सैद्धांतिक ज्ञानार्जन तो हो जाता हैं लेकिन प्रायोगिक ज्ञान के लिए इस तरह का शैक्षणिक भ्रमण आवश्यक हैं । महाविद्यालय के अतिरिक्त निदेशक डा.जे दुर्गा प्रसाद राव ने विभाग के इस भ्रमण की प्रशंसा करते हुए विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएॅ दी।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डा.रचना चौधरी एवं बायोटेक्नोलाजी विभागाध्यक्ष श्रीमती अर्चना सोनी एवं सहायक प्राध्यापक रिचा तम्बोली का विशेष योगदान रहा।