विज्ञान में महिलाओं की भूमिका पर श्रीशंकराचार्य में कार्यक्रम
भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के महिला प्रकोष्ठ ‘विविधा’ द्वारा महिलाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस एवं विज्ञान में महिलाएं पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापिका आफरीन खानम ने विद्यार्थियों को देश की महिला वैज्ञानिकों जैसे- आनंदी बाई लक्ष्मी, जानकी एम्माल, अन्ना मानी, कमला शोफी आदि के संघर्ष की चर्चा करते हुए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया तथा बदलते हुए समय की मांग को देखते हुए महिला को पुरूष वर्ग से कंधे से कंधा मिलाकर चलने को प्रेरित किया गया। यह दिन विश्व स्तर पर मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को विज्ञान के क्षेत्र में पूर्ण पहुँच एवं समानता प्राप्त करवाना है तथा उनकी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए भविष्य में लैंगिक समानता प्रदान करना है।
पहले के समय में जब महिलाओं की साक्षरता पर प्रश्न उठाये जाते थें आज उन्ही महिलाओं को विभिन्न विद्याओं एवं कलाओं में आगे बढ़ने के विभिन्न अवसर प्राप्त हो रहें है, जिसमे विज्ञान विषय भी शामिल है। भारत सरकार भी विभिन्न योजनाओं एवं पाठ्यक्रमों के द्वारा महिलाओं को सशक्त करने में अग्रसर है।
महाविद्यालय की निदेशक एवं प्राचार्य डॉ. रक्षा सिंह ने कार्यक्रम की भूरी-भूरी प्रशंसा की तथा महिलाओं को विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया तथा महाविद्यालय के अतिरिक्त निदेशक डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम महिलाओं के लिए आयोजित किये जाने चाहिए ताकि इससे महिलाओं एवं बालिकाओं का मनोबल बढ़ाया जा सके।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रध्यापकगण एवं विद्यार्थीगण ने अपनी उपस्थिति दर्ज करते हुए उक्त विषय पर चर्चा भी की।