श्रीशंकराचार्य महाविद्यालय के प्राणीशास्त्र विभाग ने मनाया मेंढक बचाओ दिवस

Save The Frog Dayभिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में 27 अप्रैल को 11वीं मेंढक बचाओ दिवस मनाया गया। प्राणी शास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष ने छात्र-छात्राओें को विलुप्त हो रहे मेंढक के विषय बताते हुए कहा कि आज की तारीख में मेढक का विलुप्त होना बहुत ही ज्वलन्त समस्या है। मेंढक नहीं होंगे तो तालाबों का पानी दूषित हो जाएगा और मच्छर एवं बीमारियों का प्रकोप बढ़ेगा।अगर मेढक के अस्तित्व को नहीं बचाया गया तो हमारे आस-पास के तालाबों में गंदगी बढ़ेगी, मच्छरों के लार्वा की संख्या बढ़ेगी तथा कई तरह की महामारी फैलेगी क्योंकि मेढक के लार्वा ही एल्गी को खाकर तालाब के पानी को साफ करते हैं। इस पर विभागाध्यक्ष ने बच्चों को विलुप्त हो रही मेढ़क प्रजाति के विषय पर पावर प्वांईट प्रजेंटेशन के माध्यम से समझाया एवं बी.एस.सी. अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों (मयंक द्विवेदी, पी. दीप्ति, आरती, पंकज, वेदप्रकाश एवंचन्द्रप्रकाश) ने एक लघु नुक्कड नाटक प्रस्तुत भी किया।
महाविद्यालय के निदेशक व प्राचार्य डॉ. रक्षा सिंह ने कहा कि मेढक का विलुप्त होना एक समस्या है क्योंकि मेढ़क को भोजन में और रिसर्च में उपयोग कर उसका अस्तित्व खत्म कर रहे है। जिससे प्रकृति का अस्तित्व गिरते जा रहा है।
महाविद्यालय के अतिरिक्त निदेशक डॉ. जे दुर्गा प्रसाद राव ने कहा मेढ़क अगर नही रहेगा तो वार्तावरण का संतुलन बिगड़ जायेगा एवं मनुष्य का जीवनयापन और कठिन हो जायेंगा।
इस कार्यक्रम का सफल आयोजन प्राणी शास्त्र की विभागाध्यक्ष डॉ. सोनिया बाजाज एवं श्रीमती अंजना मिश्रा ने किया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापकगण डॉ. अचर्ना झा, श्रीमती प्रीति श्रीवास्तव, डॉ. रचना चौधरी उपस्थित थें।

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