स्वरुपानंद महाविद्यालय की कल्पतरु इकाई ने बच्चों को दिए स्कूल बैग, लगाए पौधे

भिलाई। स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय के शिक्षकों के आर्थिक सहयोग से संचालित कल्पतरु सेवा समिति द्वारा नक्सल प्रभावित विद्यार्थियों को स्कूल बैग एवं खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। राजनांदगांव में संचालित मां भगवती वात्सल्य निकेतन नक्सल प्रभावित व वनांचल के बच्चों की शिक्षा स्वावलंबन एवं उनके सर्वांगीण विकास के लिये प्रयासरत है।भिलाई। स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय के शिक्षकों के आर्थिक सहयोग से संचालित कल्पतरु सेवा समिति द्वारा नक्सल प्रभावित विद्यार्थियों को स्कूल बैग एवं खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। राजनांदगांव में संचालित मां भगवती वात्सल्य निकेतन नक्सल प्रभावित व वनांचल के बच्चों की शिक्षा स्वावलंबन एवं उनके सर्वांगीण विकास के लिये प्रयासरत है। भिलाई। स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय के शिक्षकों के आर्थिक सहयोग से संचालित कल्पतरु सेवा समिति द्वारा नक्सल प्रभावित विद्यार्थियों को स्कूल बैग एवं खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। राजनांदगांव में संचालित मां भगवती वात्सल्य निकेतन नक्सल प्रभावित व वनांचल के बच्चों की शिक्षा स्वावलंबन एवं उनके सर्वांगीण विकास के लिये प्रयासरत है।मां भगवती वात्सल्य निकेतन में उन बच्चों को लाया जाता है जो नक्सलवादियों के कारण अनाथ हो गये हैं। वात्सल्य निकेतन के अध्यक्ष हेमलाल वर्मा ने बताया यहां नक्सल प्रभावित बच्चों को लाया जाता है। उनकी कक्षा एक से बारहवीं तक शिक्षा की व्यवस्था है। यहां विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ रहने व खाने की भी व्यवस्था है। यहां के छ: विद्यार्थी छ.ग. शासन में नौकरी कर रहे हैं? अधिकांश विद्यार्थियों के मां, पिता या तो मारे जा चुके है या उनका कहीं पता नहीं है।
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा सामाजिक सहभागिता व सेवा भावना के उद्देश्य से कल्पतरु सेवा समिति का गठन किया गया है। आज इन बच्चों की सहायता करते हुये कल्पतरु गठन का उद्देश्य पूरा हुआ। डॉ. अजीता सजीत ने बताया विद्यार्थियों को स्कूल बैग व खाद्य सामग्री वितरित किया गया। बच्चों के चेहरे की खुशी देखने से तसल्ली मिली। बच्चों को देख अच्छा लगा कि वह वात्सल्य केन्द्र में संस्कारवान व अनुशासित है। कल्पतरु सेवा का संकल्प लिये हुये है।
प्राध्यापक डॉ. सावित्री शर्मा एवं स.प्रा. श्रीमती खुशबू पाठक भी विद्यार्थियों से रूबरू होकर उन्हें मन लगाकर पढ़ाई कर भविष्य में अच्छा इंसान बनने हेतु प्रेरित किया।
अंत में विद्याथिर्यों के साथ स्मृति को ताजा रखने के लिये वृक्षारोपण कर हरियाली का संदेश दिया। डॉ. शुक्ला के निर्देशन में कल्पतरु इकाई का संचालन किया जाता है। इससे पूर्व सामूहिक उपनयन संस्कार हेतु कल्पतरू इकाई द्वारा ग्यारह सौ रुपये दान स्वरुप छ.ग. प्रगतिशील ब्राम्हण समाज को प्रदान किया गया। कल्पतरू सेवा समिति के माध्यम से सभी शिक्षक अपने सामाजिक उत्तरदायित्व की पूर्ती हेतु संकल्पित है।

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