डॉ अंजना श्रीवास्तव ने पुलगांव वृद्धाश्रम के वासियों को बांधी राखी

भिलाई। कल्याण महाविद्यालय की पूर्व प्राध्यापक डॉ अंजना श्रीवास्तव ने आज रक्षाबंधन के अवसर पर पुलगांव के वृद्धाश्रम में निवासरत भाई बहनों को रक्षा सूत्र बांधकर उन्हें उपहार भी दिए। अपने जीवनसाथी कल्याण महाविद्यालय के पूर्व प्राध्यापक डॉ पीके श्रीवास्तव के साथ यहां पहुंची डॉ अंजना ने वृद्धाश्रम वासियों को दैनिक उपयोग की सामग्रियां भी प्रदान की।उल्लेखनीय है कि डॉ अंजना अपना जन्मदिन अर्पण स्कूल के विशेष बच्चों के साथ मनाती हैं। वहीं डॉ पीके श्रीवास्तव अपना जन्मदिन पुलगांव वृद्धाश्रम में मनाते हैं।भिलाई। कल्याण महाविद्यालय की पूर्व प्राध्यापक डॉ अंजना श्रीवास्तव ने आज रक्षाबंधन के अवसर पर पुलगांव के वृद्धाश्रम में निवासरत भाई बहनों को रक्षा सूत्र बांधकर उन्हें उपहार भी दिए। अपने जीवनसाथी कल्याण महाविद्यालय के पूर्व प्राध्यापक डॉ पीके श्रीवास्तव के साथ यहां पहुंची डॉ अंजना ने वृद्धाश्रम वासियों को दैनिक उपयोग की सामग्रियां भी प्रदान की।उल्लेखनीय है कि डॉ अंजना अपना जन्मदिन अर्पण स्कूल के विशेष बच्चों के साथ मनाती हैं। वहीं डॉ पीके श्रीवास्तव अपना जन्मदिन पुलगांव वृद्धाश्रम में मनाते हैं। Vriddhashram-Pulgaon-Durg भिलाई। कल्याण महाविद्यालय की पूर्व प्राध्यापक डॉ अंजना श्रीवास्तव ने आज रक्षाबंधन के अवसर पर पुलगांव के वृद्धाश्रम में निवासरत भाई बहनों को रक्षा सूत्र बांधकर उन्हें उपहार भी दिए। अपने जीवनसाथी कल्याण महाविद्यालय के पूर्व प्राध्यापक डॉ पीके श्रीवास्तव के साथ यहां पहुंची डॉ अंजना ने वृद्धाश्रम वासियों को दैनिक उपयोग की सामग्रियां भी प्रदान की।उल्लेखनीय है कि डॉ अंजना अपना जन्मदिन अर्पण स्कूल के विशेष बच्चों के साथ मनाती हैं। वहीं डॉ पीके श्रीवास्तव अपना जन्मदिन पुलगांव वृद्धाश्रम में मनाते हैं।पिछली बार यहां आने पर आश्रमवासियों ने उनसे दैनिक उपयोग की वस्तुएं तेल, टूथपेस्ट, ब्रश, बोरोलीन, नहाने और कपड़ा धोने का साबुन आदि की दिक्कतों के बारे में बताया था। रक्षाबंधन पर सभी आश्रमवासियों को ये सामग्रियां भेंट कीं। यह सिलसिला पिछले कई वर्षों से लगातार चल रहा है।
डॉ अंजना ने बताया कि इनमें से अधिकांश को वे नाम से पहचानती हैं। एकाकी अलग-थलग अपने जीवन के शेष दिन गुजार रहे इन लोगों के जीवन में थोड़ी सी खुशियां और उमंग भरने के लिए वे उन्होंने अपने पति के साथ यहां आने का सिलसिला शुरू किया था। अब इन लोगों के साथ एक रिश्ता सा कायम हो गया है।भिलाई। कल्याण महाविद्यालय की पूर्व प्राध्यापक डॉ अंजना श्रीवास्तव ने आज रक्षाबंधन के अवसर पर पुलगांव के वृद्धाश्रम में निवासरत भाई बहनों को रक्षा सूत्र बांधकर उन्हें उपहार भी दिए। अपने जीवनसाथी कल्याण महाविद्यालय के पूर्व प्राध्यापक डॉ पीके श्रीवास्तव के साथ यहां पहुंची डॉ अंजना ने वृद्धाश्रम वासियों को दैनिक उपयोग की सामग्रियां भी प्रदान की।उल्लेखनीय है कि डॉ अंजना अपना जन्मदिन अर्पण स्कूल के विशेष बच्चों के साथ मनाती हैं। वहीं डॉ पीके श्रीवास्तव अपना जन्मदिन पुलगांव वृद्धाश्रम में मनाते हैं।

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