अंतरराष्ट्रीय सेमिनार : लाइफ स्किल्स के बिना विषयों का ज्ञान अधूरा- डॉ भण्डारकर

भिलाई। ‘यदि हमने स्टूडेंट्स को सारे विषयों के बारे में पढ़ा तो दिया परन्तु यदि उसे जीवन कौशल के विषय के बारे में ज्ञान नहीं है तो उसका सारा ज्ञान अधूरा ही रह जायेगा क्योंकि वह इस ज्ञान का उपयोग अपने जीवन में आनेवाली चुनौतियों से निपटने में बेहतर तरीके से नहीं कर पायेगा।’ उक्त बातें भिलाई महिला महाविद्यालय में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमीनार के दूसरे सत्र को संबोधित करते हुए की-नोट स्पीकर डॉ केएम भण्डारकर ने व्यक्त किए।भिलाई। ‘यदि हमने स्टूडेंट्स को सारे विषयों के बारे में पढ़ा तो दिया परन्तु यदि उसे लाइफ स्किल्स के विषय के बारे में ज्ञान नहीं है तो उसका सारा ज्ञान अधूरा ही रह जायेगा क्योंकि वह इस ज्ञान का उपयोग अपने जीवन में आनेवाली चुनौतियों से निपटने में बेहतर तरीके से नहीं कर पायेगा।’ उक्त बातें भिलाई महिला महाविद्यालय में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमीनार के दूसरे सत्र को संबोधित करते हुए की-नोट स्पीकर डॉ केएम भण्डारकर ने व्यक्त किए।नागपुर यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट आॅफ एजुकेशन के पूर्व डायरेक्टर डॉ. केएम भण्डारकर ने जीवन कौशल शिक्षण की व्याख्या करते हुए कहा कि कम से कम समय और सीमित संसाधनों का उपयोग करते हुए कार्य करने को हम कौशल कहते हैं और ऐसे कौशल जो हमारे जीवन में हमें सफलता प्राप्त करने में हमारी सहायता करते हैं वे जीवन कौशल के अंतर्गत आते हैं। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा शिक्षक हमारा स्वयं का अनुभव है।
उन्होंने जीवन कौशल के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यदि हमने स्टूडेंट्स को सारे विषयों के बारे में पढ़ा तो दिया परन्तु यदि उसे जीवन कौशल के विषय के बारे में ज्ञान नहीं है तो उसका सारा ज्ञान अधूरा ही रह जायेगा क्योंकि वह इस ज्ञान का उपयोग अपने जीवन में आनेवाली चुनौतियों से निपटने में बेहतर तरीके से नहीं कर पायेगा। उन्होंने कहा कि एम्पेथी, क्रिटीकल थिंकिंग, क्रियेटीव थिंकिंग, सेल्फ अवेयरनेस, कोपिंग विथ इमोशन्स, कोपिंग विथ स्ट्रेस, इंटर पर्सनल रिलेशनशिप तथा इफेक्टिव कम्यूनिकेशन कोर लाइफ स्किल्स के अंतर्गत आते हैं जो कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिये अत्यंत उपयोगी होते हैं।
गौरतलब है कि भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा संचालित भिलाई महिला महाविद्यालय, हॉस्पीटल सेक्टर के सभागार में 19-20 सितम्बर को मल्टीडिसिप्लिनरी इंटरनेशनल सेमीनार का आयोजन किया गया है। सेमीनार का विषय इम्पॉर्टेन्स आॅफ लाइफ स्किल्स इन प्रेजेंट एजुकेशनल सिनेरियो (वतर्मान शैक्षणिक परिदृश्य में जीवन कौशल का महत्व) है। भिलाई महिला महाविद्यालय के डिपाटर्मेंट आॅफ एजुकेशन द्वारा कॉलेज के आईक्यूएसी के अंतर्गत आयोजित यह सेमीनार डिस्ट्रिक्ट इंस्टीट्यूट आॅफ एजुकेशन एण्ड ट्रेनिंग (डायट), दुर्ग के सहयोग से किया जा रहा है। सेमीनार का मुख्य उद्देश्य लाइफ स्किल्स के माध्यम से रोजाना की दिनचर्या में आनेवाली चुनौतियों से कैसे निपटा जाये इस बात से शिक्षकों, शोधकर्ताओं तथा स्टूडेंट्स को अवगत कराना है। इस इंटरनेशनल सेमीनार के प्रायोजक कनेक्टेड एक्सपीरियंस, सिंगापुर तथा भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट हंै।

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