टीचर्स डे पर एमजे कालेज ने किया अर्पण स्कूल की स्पेशल टीचर्स का सम्मान

भिलाई। शिक्षक दिवस के अवसर पर एमजे कालेज की आईक्यूएसी ने अर्पण स्कूल की स्पेशल टीचर्स का सम्मान किया। साधारण तौर पर यह माना जाता है कि बच्चों का पहला गुरू उनके पैरेन्ट्स होते हैं पर इन बच्चों के लिए माता-पिता की इस भूमिका में भी इन स्पेशल एजुकेटर्स की अहम भागीदारी होती है। अर्पण आॅटिस्टिक बच्चों का स्कूल है। इन बच्चों को उनके मूलभूत कार्यों के लिए भी विशेष प्रशिक्षण की जरूरत होती है। ऐसे बच्चों को अनुशासित करना, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए हस्तकला में पारंगत करना ऐसे चुनौतीपूर्ण कार्य हैं जिसमें विशेष दक्षता के साथ साथ उच्च कोटि के धैर्य की आवश्यकता होती है। ये शिक्षक पूरी निष्ठा, लगन एवं समर्पण की भावना के साथ इन बच्चों को समाज की मुख्य धारा में शामिल करने का प्रयास करते हैं।भिलाई। शिक्षक दिवस के अवसर पर एमजे कालेज की आईक्यूएसी ने अर्पण स्कूल की स्पेशल टीचर्स का सम्मान किया। साधारण तौर पर यह माना जाता है कि बच्चों का पहला गुरू उनके पैरेन्ट्स होते हैं पर इन बच्चों के लिए माता-पिता की इस भूमिका में भी इन स्पेशल एजुकेटर्स की अहम भागीदारी होती है। अर्पण ऑटिस्टिक बच्चों का स्कूल है। इन बच्चों को उनके मूलभूत कार्यों के लिए भी विशेष प्रशिक्षण की जरूरत होती है। ऐसे बच्चों को अनुशासित करना, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए हस्तकला में पारंगत करना ऐसे चुनौतीपूर्ण कार्य हैं जिसमें विशेष दक्षता के साथ साथ उच्च कोटि के धैर्य की आवश्यकता होती है। ये शिक्षक पूरी निष्ठा, लगन एवं समर्पण की भावना के साथ इन बच्चों को समाज की मुख्य धारा में शामिल करने का प्रयास करते हैं।भिलाई। शिक्षक दिवस के अवसर पर एमजे कालेज की आईक्यूएसी ने अर्पण स्कूल की स्पेशल टीचर्स का सम्मान किया। साधारण तौर पर यह माना जाता है कि बच्चों का पहला गुरू उनके पैरेन्ट्स होते हैं पर इन बच्चों के लिए माता-पिता की इस भूमिका में भी इन स्पेशल एजुकेटर्स की अहम भागीदारी होती है। अर्पण आॅटिस्टिक बच्चों का स्कूल है। इन बच्चों को उनके मूलभूत कार्यों के लिए भी विशेष प्रशिक्षण की जरूरत होती है। ऐसे बच्चों को अनुशासित करना, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए हस्तकला में पारंगत करना ऐसे चुनौतीपूर्ण कार्य हैं जिसमें विशेष दक्षता के साथ साथ उच्च कोटि के धैर्य की आवश्यकता होती है। ये शिक्षक पूरी निष्ठा, लगन एवं समर्पण की भावना के साथ इन बच्चों को समाज की मुख्य धारा में शामिल करने का प्रयास करते हैं।महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीलेखा विरुलकर के नेतृत्व में आईक्यूएसी प्रभारी अर्चना त्रिपाठी, शिक्षा संकाय की अध्यक्ष डॉ श्वेता भाटिया एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल चौबे ने इन शिक्षकों का सम्मान किया। सम्मानित होने वाले शिक्षकों में संस्था की संचालक शांता नन्दी, रेखा यादव, डांस टीचर ज्योति सिंह, स्पीच थेरेपिस्ट अर्चना, क्राफ्ट टीचर अर्चना, लेखाकार रूपाली मिश्रा, फिजियोथेरेपिस्ट राकेश पाल, रसोइया माया सिंह, ड्राइवर माखनलाल और सहयोगी मोनिका, आदि शामिल थे।

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