वा.वा. पाटणकर गर्ल्स कॉलेज में ‘माइक्रो टीचिंग’ की शुरूआत

दुर्ग। शासकीय वा.वा.पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में वाणिज्य संकाय के द्वारा माइक्रोटीचिंग (सूक्ष्मशिक्षण) का शुभारंभ किया गया। वाणिज्य संकाय के अध्यक्ष डॉ. अनिल जैन ने बताया कि माइक्रोटीचिंग की अवधारणा सीखने और तकनीक के प्रयोग के सिद्धान्त पर आधारित है। इस विधि से शिक्षण अभ्यास और प्रभावी शिक्षक तैयार किए जा सकते हैं। इससे शिक्षक कार्य सुगम और आसान हो जाता है। विद्यार्थियों में निर्देशात्मक कौशल बढ़ता है।दुर्ग। शासकीय वा.वा.पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में वाणिज्य संकाय के द्वारा ‘माइक्रो टीचिंग’ (सूक्ष्मशिक्षण) का शुभारंभ किया गया। वाणिज्य संकाय के अध्यक्ष डॉ. अनिल जैन ने बताया कि माइक्रोटीचिंग की अवधारणा सीखने और तकनीक के प्रयोग के सिद्धान्त पर आधारित है। इस विधि से शिक्षण अभ्यास और प्रभावी शिक्षक तैयार किए जा सकते हैं। इससे शिक्षक कार्य सुगम और आसान हो जाता है। विद्यार्थियों में निर्देशात्मक कौशल बढ़ता है। इसके प्रथम दिन एम.कॉम. तृतीय सेमेसटर की दिशा जैन ने बी.कॉम. तृतीय कक्षा में ‘मकान संपत्ति से आय’ विषय पर अध्यापन किया। विषय वस्तु व प्रभावी प्रस्तुतिकरण से छात्राओं के प्राप्त फीडबैक में उन्हें उत्कृष्ट रैंक मिला।
इसी तरह एम.कॉम. तृतीय सेमेस्टर की डिम्पल साहू ने बीकॉम भाग-2 की कक्षा में ‘कंपनी के प्रकार’ विषय पर अध्यापन कार्य किया। छात्राओं के द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर उन्होंने बेबाकी से दिए जिससे छात्राएं संतुष्ट रहीं।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुशील चन्द्र तिवारी ने वाणिज्य विभाग के इस प्रयोग की सराहना करते हुए कहा कि इससे विद्यार्थियों में अपने ज्ञान को परिष्कृत करने का अवसर मिला वहीं आत्मविश्वास बढ़ता है। इससे शिक्षण कौशल के विकास में लाभ होता है।
इस अवसर पर डॉ. विजय वासनिक, किरण वर्मा, नेहा यादव, अनिल देवांगन, आदि उपस्थित थे।

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