विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में एनएसएस की महत्वपूर्ण भूमिका – डॉ. सिंह
दुर्ग। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में एनएसएस शिविर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। छात्र जीवन में एनएसएस में शामिल होकर एकता एवं भाईचारे की वास्तविक शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए। ये उद्गार शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरएन सिंह ने कोलिहापुरी में आयोजित एनएसएस के विशेष शिविर में स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। इस 7 दिवसीय शिविर के अंतर्गत स्वयं सेवक कोलिहापुरी में स्वच्छता अभियान नरवा घुरवा योजना, बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ इत्यादि विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामवासियों को जागरूक कर रहे हैं जिसमें ग्रामवासियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है।
एनएसएस अधिकारी डॉ. जनेन्द्र दीवान तथा डॉ. मीना मान ने बताया कि कार्यक्रम के बौद्धिक सत्र में साइंस कालेज की सहायक प्राध्यापक डॉ. प्राची सिंह, डॉ. सतीष सेन, डॉ. अभिषेक मिश्रा एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के श्री सिंह, डॉ. अपर्णा रावल बीआईटी दुर्ग, श्रीमती श्रुति नेरकर डिप्टी डायरेक्टर, मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास विभाग ने स्वयं सेवकों को जीवन के मूल्यों, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता, पर्यावरण संरक्षण आदि पर आमंत्रित व्याख्यान दिया।
शिविर में गांव के बुजुर्गों, महिलाओं तथा बच्चों के लिए विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें कुर्सी दौड़, जलेबी दौड़, फुगड़ी, गुब्बारा फुलाओ जैसे प्रतियोगिता प्रमुख आकर्षण का केन्द्र था। इस कार्यक्रम में गांव के सभी वर्ग के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इसके पश्चात् राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से समा बांधा, जिसमें गांव के युवा तथा बच्चों ने भी साथ दिया। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय आने वाले को पुरस्कार वितरण समापन दिवस पर किया जायेगा।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आरएन सिंह ने एनएसएस कैम्प के दौरान स्वयं सेवकों द्वारा प्रदर्शित स्वच्छता तथा सफाई के प्रति जागरूकता एवं संयमित व्यवहार की प्रशंसा करते हुए कहा कि कैम्प से विद्यार्थियों मे समाजसेवा तथा एकजुट होकर रहने की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलता है।












