माइलस्टोन के वार्षिकोत्सव में दिखा नया अंदाज, बाल ‘आरजे’ बने सूत्रधार
देशभक्ति, प्लास्टिक मुक्त भारत सहित एकता और भाईचारा का दिया संदेश
भिलाई। माइलस्टोन अकादमी के वार्षिकोत्सव ‘जेस्ट-2019’ एक नए अंदाज में प्रस्तुत हुआ। रेडियो जॉकी (आरजे) बने बच्चों ने कार्यक्रम के सूत्रधार की भूमिका निभाई। चुटीले संवादों के बीच प्रस्तुत नयनाभिराम नृत्यों के माध्यम से नो प्लास्टिक, देशभक्ति, एकता और भाईचारा का संदेश दिया गया। इस चार दिवसीय वार्षिकोत्सव का आज पहला दिन था। प्रसिद्ध शिक्षाविद, महिला अधिकार एवं सशक्तिकरण कार्यकर्ता तथा श्रीशंकराचार्य महाविद्यालय की निदेशक सह प्राचार्य डॉ रक्षा सिंह कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं।
डॉ रक्षा सिंह ने बाल शिक्षा के क्षेत्र मेें माइलस्टोन अकादमी के नवोन्मेषी प्रयोगों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मंच पर उतरे सभी बच्चे अपनी अपनी भूमिका में खुश थे। किसी को इस बात की परवाह नहीं थी कि वे आगे की पंक्ति में हैं या पीछे के। उन्होंने कहा कि बच्चों का स्वाभाविक विकास होने दें। अपनी अपेक्षाओं का बोझ उनपर न लादें।
इससे पूर्व कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए माइलस्टोन अकादमी की डायरेक्टर डॉ ममता शुक्ला ने अतिथि का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को मंच पर पर्याप्त समय मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए आयोजन को चार दिवसों में बांटा गया है। उन्होंने कहा कि बच्चों की खुशी ही उनकी खुशी है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम को प्रस्तुत करने के लिए बच्चों के साथ ही उनके माता-पिता एवं टीचर्स ने लगभग एक महीने तक कड़ी मेहनत की है।
नन्हे बच्चों ने ही कार्यक्रम के सूत्रधार की जिम्मेदारी ली। रेडियो जॉकी (आरजे) बने बच्चों ने चुटीले संवादों के साथ ही चुटकुले भी शेयर किये। बॉलीवुड सेलेब्रिटियों को कॉल लगाया और उनकी फरमाइश पर नृत्य-गीत के कार्यक्रम प्रस्तुत किये। ‘दुल्हन चली, पहन चली तीन रंग की चोली’, ‘ऐ वतन.. मेरे वतन..’, ‘ये देश है वीर जवानों का..’ जैसे सदाबहार देशभक्ति गीत पर बच्चों ने सुन्दर नृत्य प्रस्तुत किए। क्रिसमस से पूर्व आयोजित इस कार्यक्रम में सांता क्लॉज ने भी बच्चों के साथ लोगों का
मनोरंजन किया। प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ संदेश देते हुए बच्चों की नृत्य नाटिका मजबूती से अपनी बात रखने में सफल रही। इसके अलावा बॉलीवुड हिट्स पर भी बच्चों ने नृत्य प्रस्तुत किए जिनमें ‘राम जी की चाल देखो… ततर-ततर-ततर’, ‘दिल है छोटा सा.. छोटी सी आशा’ जैसे गीत शामिल थे।