चार विश्व रिकार्ड : कॉमर्स के चार विषय, चार शिक्षक, 60 घंटे से लंबी क्लासेस
डॉ मिटठू, सीए प्रवीण बाफना, सीए केतन ठक्कर, पीयूष जोशी का नाम गोल्डन बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज
भिलाई। इंजीनियर-डाक्टर के शहर में कॉमर्स के शिक्षकों ने चार-चार विश्व रिकार्ड कायम कर एक मिसाल कायम कर दी। 15-15 घंटे से भी अधिक समय तक मैराथन क्लास लेकर डॉ मिटठू, सीए प्रवीण बाफना, सीए केतन ठक्कर एवं पीयूष जोशी ने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज करा दिया। इधर अवार्ड सेरेमनी चलता रहा उधर क्लासेस चलती रही। अभ्यर्थियों के परिजनों ने अवार्ड ग्राहण किया। गोल्डन बुक के एशिया हेड डॉ मनीष विश्नोई ने कहा कि श्रेष्ठ गुरू ही श्रेष्ठ शिष्य तैयार करता है।
होटल अमित पार्क में आयोजित अवार्ड समारोह को संबोधित करते हुए डॉ मनीष विश्नोई ने कहा कि किसी भी संस्था की पहचान वहां दी जा रही शिक्षा के स्तर के साथ-साथ अभ्यर्थी की ग्रूमिंग भी है। यही उन्हें औरों से अलग करता है। वे स्वयं आईआईएम अहमदाबाद से जुड़े रहे हैं। डॉ संतोष राय इंस्टीट्यूट में उच्च स्तरीय शिक्षा के साथ साथ स्टूडेन्ट्स एवं फैकल्टीज की ग्रूमिंग भी हो रही है। यह विश्व रिकार्ड इसीका परिणाम है। उन्होंने इस अद्भुत साहस के लिए डॉ संतोष राय के साथ ही सभी अवार्डीज को साधुवाद दिया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि 7वीं बटालियन सीएएफ के कमांडेंट विजय अग्रवाल ने कहा कि आज का यह दिन इतिहास में स्वर्णिण अक्षरों में दर्ज हो गया। उन्होंने डॉ मिटठू, सीए प्रवीण बाफना, सीए केतन ठक्कर एवं पीयूष जोशी के साथ ही उनके प्रेरणास्रोत डॉ संतोष राय को साधुवाद देते हुए कहा कि यह उपलब्धि कठिन अनुशासन, सतत् अभ्यास, कार्य के प्रति समर्पण एवं दृढ़ इच्छाशक्ति की एक मिसाल है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे न केवल विद्यार्थी बल्कि शिक्षक बिरादरी एवं अन्य क्षेत्रों में कार्य करने वाले लोगों को भी निरन्तर प्रेरणा मिलती रहेगी।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट अम्पायर एवं शिक्षाविद श्री रामचन्द्रन ने इस अवसर पर कहा कि उन्होंने हमेशा डॉ संतोष राय एवं उनके टीम मेम्बर्स को ऊर्जा से भरपूर पाया है। यही ऊर्जा उन्हें नित नया करने, पहले से बेहतर करने के लिए प्रेरित करती है। यह एक बड़ी उपलब्धि है जब एक ही संस्था के चार शिक्षक एक साथ विश्व रिकार्ड कायम कर रहे हैं।
डॉ संतोष राय ने इस प्रतियोगिता की तैयारी एवं प्रतियोगिता के दौरान की प्रक्रियाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पहले उन्हें लगा था कि दोपहर तक टीचर्स हथियार डाल देंगे। सभी शिक्षक सुबह 5:30 बजे से लगातार पढ़ा रहे थे। पर अब रात के 9 बज रहे हैं और क्लासेस अब भी जारी हैं। कोई भी रुकने का नाम नहीं ले रहा। 12 घंटे में यह रिकार्ड बन चुका है पर यह टीम 24 घंटे का रिकार्ड बनाने पर आमादा है। उन्होंने बताया कि प्रोटोकाल के तहत प्रत्येक तीन घंटे में 15 मिनट का ब्रेक मिल रहा है। इसके अलावा नियत अंतराल पर एक चिकित्सक उनके स्ट्रेस का स्तर माप रहा है। पर सभी टीचर्स बिन्दास पढ़ा रहे हैं। बच्चों के बैच बदल रहे हैं। उत्साह से भरपूर ये बच्चे 3 से 5 घंटे तक क्लास में बैठ रहे हैं। रात भर बैठने के लिए भी बच्चे तैयार हैं। बच्चों को केवल बैठना नहीं है बल्कि सवाल पूछकर अपनी जीवंतता का प्रदर्शन भी करना है।
यंगिस्तान और सीजीसीएल के प्रमुख मनीष पाण्डेय ने इस अवसर पर कहा कि वे स्वयं इस संस्था के स्टूडेन्ट रहे हैं। जिन्होंने रिकार्ड बनाया है उनमें उनके जूनियर भी शामिल हैं। वे बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डॉ संतोष राय नवोन्मेष और जीवंतता की जीती जागती मिसाल हैं। शिक्षा के क्षेत्र में पूरे मध्यभारत में पहचान बनाने के साथ साथ ही मां शारदा सामर्थ्य चैरिटेबल ट्रस्ट का भी संचालन करते हैं।
अवार्ड सेरेमनी के दौरान भी चूंकि सभी अभ्यर्थी प्रोटोकॉल के तहत क्लास लेने में मसरूफ थे इसलिए उनके परिजनों ने अवार्ड ग्रहण किया। डॉ मिटठू के लिए उनकी दोस्त प्रियंका ने यह अवार्ड ग्रहण किया। सीए प्रवीण बाफना की पत्नी एवं माता ने, पीयूष जोशी के पुलिस कर्मी पिता राजेश जोशी ने तथा सीए केतन ठक्कर के लिए यह अवार्ड उनकी पत्नी ने ग्रहण किया।