देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के वार्षिकोत्सव में प्रतिभा को मिला सम्मान
 सांकरा (दुर्ग)। देव संस्कृति विश्वविद्यालय का वार्षिकोत्सव सोमवार को सम्पन्न हुआ। वेद माता गायत्री शिक्षण समिति के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस समारोह में प्रतिभावान विद्यार्थियों को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलसचिव डॉ कुबेर सिंह गुरुपंच ने छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी – नरवा-गरूआ-घुरवा-बाड़ी के संरक्षण का आह्वान विद्यार्थियों से किया।
सांकरा (दुर्ग)। देव संस्कृति विश्वविद्यालय का वार्षिकोत्सव सोमवार को सम्पन्न हुआ। वेद माता गायत्री शिक्षण समिति के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस समारोह में प्रतिभावान विद्यार्थियों को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलसचिव डॉ कुबेर सिंह गुरुपंच ने छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी – नरवा-गरूआ-घुरवा-बाड़ी के संरक्षण का आह्वान विद्यार्थियों से किया। 
  
  मुख्य अतिथि ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि – छात्र जीवन सघ्ांर्ष का जीवन होता हैं जो अवसर मिलता है उसका भरपूर उपयोग किया जाना चाहिए। प्रतिभागिता किए बिना सफलता नहीं मिल सकती। उन्होंने इस अवसर पर पुरस्कृत तथा सम्मानित होने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
मुख्य अतिथि ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि – छात्र जीवन सघ्ांर्ष का जीवन होता हैं जो अवसर मिलता है उसका भरपूर उपयोग किया जाना चाहिए। प्रतिभागिता किए बिना सफलता नहीं मिल सकती। उन्होंने इस अवसर पर पुरस्कृत तथा सम्मानित होने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम के अध्यक्ष कुलसचिव डॉ. गुरूपंच ने अपने विद्यार्थी जीवन में प्राप्त ज्ञान का सदुपयोग करना जरूरी है। प्रकृति ने हमें जो अवसर प्रदान किया हैं उसमें जल, जीव और वन का संरक्षण करते हुए आगे बढ़ना है। छत्तीसगढ़ शासन की चार चिन्हारी -नरवा, गरवा, घुरवा और बारी को संरक्षित करने की आवश्यकता हैं। उन्होंने अकादमिक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय की प्राविण्य सूची में स्थान बनाने आने वाले छात्रों को बधाई दी।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय परिवार के योग संकाय से प्रांशु कुमार मौर्य, दुर्गेश्वरी कैवर्त्त्य वाणिज्य संकाय से मनीष राजपूत, ज्योति सिंह राजपूत, एवं कम्प्यूटर संकाय से यशवंत साहू, देव नारायण साहू आदि ने प्रतिभागी छात्रों को बधाई दी। प्रतिभागी छात्रों के नाम इस प्रकार हैं – सरस्वती वंदना भावना एवं समूह (बीएससी योगा), एकल नृत्य-निकिता साहू (बीएससी योगा), समूह नृत्य बरसा परगनिहा एवं समूह (बीएससी आईटी), समूह नृत्य अर्चना नेताम एवं समूह (बीएससी योगा), एकल गीत -सविता सिंह (बीएससी योगा), समूह नृत्य वेणु वर्मा एवं समूह (बीएससी आईटी, समूह नृत्य धनंजय एवं समूह (बीकॉम), एकल नृत्य0 प्रियंका राजवाड़े (बीएससी योगा), एकल नृत्य निकिता साहू (बीएससी योगा), एकल गीत-मीनाक्षी यादव (बीएससी योगा), समूह नृत्य मितिशा एवं समूह (बीएससी योगा), समूह नृत्य-सुप्रिया एवं समूह (बीएससी आईटी), समूह नृत्य-संधवी एवं सविता सिंह (बीएससी योगा), समूह नृत्य-मूर्ति एवं आनंद (बीकॉम), समूह नृत्य-बरसा एवं बरखा (बीएससी आईटी)।
रंगोली, पोस्टर एवं मेंहदी प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहे। वेणु वर्मा-मेंहदी (बीएससी आईटी) प्रथम, मीनाक्षी यादव- मेंहदी प्रतियोगिता (बीएससी योगा) द्वितीय, योगिता साहू- रंगोली प्रतियोगिता (बीएससी आईटी) प्रथम, मूर्ति साहू-रंगोली प्रतियोगिता (बीकॉम) द्वितीय, आराधना यादव- पोस्टर प्रतियोगिता (बीएससी योगा) प्रथम, धनंजय गवेल- पोस्टर प्रतियोगिता (बीकॉम) द्वितीय।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में एकल नृत्य में निकिता साहू प्रथम स्थान और बरसा परगनिहा द्वितीय स्थान रहा। इसी तरह समूह नृत्य में आराधना यादव एवं ग्रुप ने प्रथम स्थान एवं द्वितीय स्थान सुप्रिया एवं ग्रुप को मिला। मंच सञ्चालन नेहा नायक ने किया एवं आभार प्रदर्शन प्रोफे दुर्गेश्वरी कैवेत्या ने किया। समापन में सभी प्रतिभागियों को श्रीमती दुर्गा साहू द्वारा सांत्वना पुरस्कार दिया।












