संतोष रूंगटा समूह में रक्तदान : एक यूनिट खून से बच सकता है चार लोगों का जीवन

RCET-Blood-Donationभिलाई। संतोष रूंगटा समूह के रूंगटा इनीशिएटिव फॉर सोशल एम्पावरमेंट (राइज) आरएसडीसी के तत्वावधान में रक्तदान अभियान चलाया गया। कॉलेज के अनेक विभागों के 141 छात्र-छात्राओं ने रक्तदान किया। इस कार्य के लिए विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। उल्लेखनीय है कि समूह के चेयरमैन संतोष रूंगटा के जन्मदिवस के अवसर पर प्रत्येक वर्ष स्वैच्छिक रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इससे छात्र-छात्राओं को समाज एवं मानवता से जुड़ने का अवसर मिलता है।Blood-Donation-Santosh-Rung Blood Donation in Santosh Rungta Campusब्लड कलेक्शन के लिए जिला चिकित्सालय दुर्ग के ब्लड बैंक की डॉ. जिज्ञासा के मार्गदर्शन में दो टेक्निशियन, काउंसलर, स्टॉफ नर्स व पैरामेडिकल स्टूडेंट्स सहित 10 लोगों की टीम ने सेवा दी।
वहीं दूसरी टीम में नेहरू नगर आशीर्वाद ब्लड बैंक से डॉ. मंजू तिवारी के मार्गदर्शन में भी दस सदस्यों की टीम ने ब्लड कलेक्शन किए। सभी को दूध, एप्पल का रस, सेब, बिस्किट वितरण किया गया।
इस दौरान समूह के निर्देशक डॉ. सौरभ रूंगटा, डॉ. सीपी दुबे ने भी रक्तदान किया। रक्तदान की महत्ता बताते हुए जिला ब्लड बैंक की डॉ. जिज्ञासा ने कहा 18 से 65 साल तक कोई भी स्वस्थ व्यक्ति खून दान कर सकता है। इससे शरीर को कोई नुकसान नहीं होता। एक टूनिट से चार लोगों की जीवन रक्षा होती है। आवश्यकता पर किसी को खून चढ़ाने से पहले हम खून की हर तरह से जांच करते हैं। जिसका हिमोग्लोबिन 12.5 ग्राम से अधिक व वजन 45 किलो से अधिक हो उसका ही खून पूर्ण स्वस्थ माना जाता है। इसलिए प्रत्येक तीन महीने में खून का दान कर सकता है।
कैंप के दौरान डॉयरेक्टर एफएनए सोनल रूंगटा, एचआर डायरेक्टर महेंद्र श्रीवास्तव, डीन डॉ. मनोज वर्गीस, प्रो. श्रीकांत बुर्जे, डॉ. एजाजुद्दीन, रासेयो कार्यक्रम अधिकारी प्रो. एस भारती, फार्मेसी से प्रो. मुकेश शर्मा मौजूद थे। आयोजन में आरसीईटी भिलाई एवं फॉर्मेसी कॉलेज के स्वयं सेवकों की भागीदारी रही। इस दौरान स्वयं सेवकों में रागिनी कुशवाहा, रचना चौरसिया, रेहाली राहंगडाले, हर्ष शिवम, अचल सिन्हा का सहयोग रहा।

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