No claijms on fairness

अब गोरा बनाने का दावा नहीं करेगी यूनीलिवर की फेयर एंड लवली क्रीम

नई दिल्ली। बाबा रामदेव की कोरोना की कथित दवा कोरोनिल पर सवाल उठाए जाने के बाद जानीमानी एफ़एमसीजी (फ़ास्ट मूविंग कन्ज्यूमर गुड्स) कंपनी यूनीलिवर ने गोरेपन को कथित रूप से बढ़ावा देने वाली अपनी फ़ेस क्रीम की मार्केटिंग का तरीक़ा बदलने का फ़ैसला किया है। गुरुवार को यूनीलिवर ने इस सिलसिले में घोषणा कर दी। कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा है कि वो आने वाले हफ़्तों में ‘फ़ेयर एंड लवली’ ब्रैंड का नाम बदल देगी।इतना ही नहीं कंपनी ने कहा है कि वो गोरा या गोरेपन जैसे शब्दों का इस्तेमाल अपने उत्पादों और विज्ञापनों में इस्तमाल नहीं करेगी। कंपनी के मुताबिक़ स्किन केयर कैटगिरी वाले उत्पादों में ख़ूबसूरती को लेकर नज़रिया बदला जा रहा है और इसमें सभी तबक़ों को शामिल किया जाएगा।
कंपनी के ब्यूटी और पर्सनल केयर डिविज़न के प्रेसीडेंट सन्नी जैन ने कहा, “अपने स्किन केयर ब्रैंड्स के ग्लोबल पोर्टफोलियो को लेकर हम पूरी तरह से समर्पित हैं। ये सभी रंगों और तरह के स्किन टोन्स का ख्याल रखेगी। हम ये समझते हैं कि ‘फ़ेयर’, ‘व्हाइट’ और ‘लाइट’ जैसे शब्द ख़ूबसूरती के एक तरफ़ा नज़रिये को बयान करते हैं। हमें नहीं लगता कि ये सही है. और हम इस पर ध्यान देना चाहते हैं।”

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