इतिहास में पहली बार भ्रमण पर नहीं निकले महाप्रभु जगन्नाथ

Jagannath Rathyatra Bhilaiभिलाई। जगन्नाथ समिति के तत्वाधान में सेक्टर-4, बोरिया मार्केट स्थित जगन्नाथ मंदिर से भगवान श्री जगन्नाथ स्वामी जी के रथयात्रा की रस्म अदायगी की गई। इस वर्ष रथ सेक्टर-4 के श्री जगन्नाथ मंदिर में स्थित सभागार में निर्मित गुण्डिचा मंडप में ही महाप्रभु विराजमान हुए। महाप्रभु यहीं भक्तों को दर्शन देंगे। कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए श्री जगन्नाथ मंदिर, सेक्टर-4 भिलाई द्वारा रथ यात्रा की सिर्फ रस्म अदायगी की गयी। रथ को मंदिर परिसर से बाहर नहीं निकाला गया और न ही शहर भ्रमण कराया गया। सिर्फ मंदिर परिसर में ही पुजारियों व सेवकों के सीमित उपस्थिति में रस्म अदायगी की गई।Rathyatra 2020 Bhilaiइस वर्ष मंदिर से संलग्न सभागार में ही गुण्डिचा मंडप बनाया गया है जहां प्रभु 9 दिन तक विराजमान रहेंगे और इस दौरान भक्तजन उनका दर्शन कर सकेंगे। जिसमें मास्क लगाना अनिवार्य होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाना आवश्यक होगा। इस संदर्भ में समिति ने समस्त तैयारियां कर ली है। इस दौरान प्रसाद वितरण नहीं किया जाएगा और न ही श्रद्धालुओं द्वारा लाया गया प्रसाद चढ़ाया जाएगा।
विदित हो कि श्री जगन्नाथ मंदिर, सेक्टर-4 द्वारा आयोजित रथयात्रा महोत्सव भिलाई शहर की सबसे पुरानी रथयात्रा है जिसने 51 वर्ष पूर्ण कर ली है। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष विरेन्द्र सतपथी एवं महासचिव सत्यवान नायक सहित समिति के पदाधिकारी सर्वश्री बसंत प्रधान, डी त्रिनाथ, अनाम नाहक, वृंदावन स्वांई, भीम स्वांई, त्रिनाथ साहू, सुशांत सतपथी, बी
सी बिस्वाल, कालू बेहरा, निरंजन महाराणा, सुदर्शन शांति, बीसी केशन साहू, कवि बिस्वाल, रमेश कुमार नायक, सीमांचल बेहरा, संतोष दलाई, प्रकाश स्वांई, शंकर दलाई, एस डाकुआ, कैलाश पात्रो, रवि स्वांई विशेष रुप में उपस्थित थे।
छेरा-पंहरा व पूजा रस्म – ब्रहम मुहूर्त में भगवान श्री बलभद्र, माता सुभद्रा तथा महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के विग्रह को एक साथ पंहडी करते हुए रथ पर लाया गया। छेरा-पंहरा विरेन्द्र सतपथी द्वारा सम्पन्न किया गया। रथ यात्रा के विभिन्न पूजा कर्म पण्डित पितवास पाढ़ी, नीलांचल दास,प्रकाश दास तथा रंजन महापात्र द्वारा विधि विधान से सम्पन्न किया गया।

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