प्रकृति, पशु पक्षियों और मनुष्य आत्माओं को दें नि:स्वार्थ स्नेह : ब्रह्मकुमारी प्राची
भिलाई। इस शरीर रूपी पुतले के अंदर मैं चेतन शक्ति हूँ, जिसे तनाव, दुःख, अशांति, सुख, आदि की अनुभूति होती है। राजयोग द्वारा इसी शक्ति पुंज को दिव्य बनाना है। … Read More