7th Yoga Day at SSMV Junwani Bhilai

शंकराचार्य महाविद्यालय में मना सातवां योग दिवस

भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन छत्तीसगढ़ योग एसोसिएशन एवं योगा मुंडू मार्शल आर्ट एवं फिटनेस क्लास के तत्वाधान में किया गया। ऑनलाइन आयोजित इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश, बिहार, पंजाब, झारखंड और असम के 1200 से अधिक प्रशिक्षणार्थी शामिल हुए। महाविद्यालय की प्राचार्य एवं निदेशक डॉ रक्षा सिंह ने कहा कि इस वर्ष योग दिवस बच्चों को समर्पित है। उन्होंने सभी से साइकिल का अधिकाधिक उपयोग करने का आग्रह किया। डॉ रक्षा सिंह ने कहा कि इस वर्ष का प्रशिक्षण शिविर बच्चों के द्वारा बच्चों के लिए और बड़ों के लिए संचालित किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि हम साइकिल का उपयोग अपने कार्य स्थल तक आने-जाने के लिए करें तो स्वस्थ भारत का निर्माण हो सकता है। उल्लेखनीय है कि इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए श्री शंकराचार्य महाविद्यालय द्वारा चक्र वाहिनी फिटनेस क्लब का गठन किया गया है जिसके सदस्य कोई भी आम नागरिक बन सकते है।
छत्तीसगढ़ योग एसोसिएशन के शैलेंद्र विशी ने अपने वक्तव्य मे कहां की योग को प्राथमिकता देना उसका प्रचार प्रसार करना उनके संगठन का प्रमुख उद्देश्य है आपने कहां की योग से सभी स्वस्थ एवं प्रफुल्लित रहते है 21 जून का दिन सबसे बड़ा होता है आज के दिन योग दिवस मनाने का कारण भी यही है योग से स्वस्थ शरीर की आयु लंबी होती है। इसके पश्चात योग मुंडो मार्शल आर्ट के विद्यार्थियों के द्वारा शक्ति गीत पर विभिन्न योग मुद्रा का प्रदर्शन किया गया तत्पश्चात छत्तीसगढ़ योग एसोसिएशन की पूर्वी वर्मा के द्वारा प्रोटोकॉल की अनुसार योग अभ्यास कराया गया उसके साथ ही महाविद्यालय में संचालित 15 दिवसीय योग एवं माइंड फूलनेस अभ्यास एवं प्रशिक्षण शिविर का भी समापन हो गया।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए महाविद्यालय के अतिरिक्त निदेशक डॉ. जे.दुर्गा प्रसाद राव सर ने सभी प्रशिक्षणार्थियों के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी एवं सभी से निरंतर योग करते रहने का आहवान किया कार्यक्रम का सफलता संचालन डॉ वंदना सिंह ने किया इस अवसर पर महाविद्यालय से डॉ. अर्चना झा, डॉ. वी. के. सिंह, डॉ. लक्ष्मी वर्मा, कविता कुशवाहा, पूनम, पूर्णिमा तिवारी, मंजू मिश्रा, आफरीन खान, विष्णु, गौरव चौहान, सूरज नंदा, सतीश रामू उपस्थित थे। अन्य सभी प्राध्यापक एवं अशैक्षणिक कर्मचारी ने अपने घर से ऑनलाइन रहकर अपनी सहभागिता दर्ज की।

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