कुलपति के निरीक्षण से महाविद्यालयों में बढ़ी सरगर्मियां
दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा द्वारा राज्यपाल के निर्देश पर किये जा रहे महाविद्यालयों के निरीक्षण से महाविद्यालयों में हलचल मची हुई है। कुलपति ने 20 अक्तूबर को शासकीय दानवीर तुलाराम, महाविद्यालय, उतई तथा शासकीय महाविद्यालय, मचांदुर का आकस्मिक निरीक्षण किया। कुलसचिव, डॉ. सी.एल. देवांगन ने बताया कि निरीक्षण के दौरान कुलपति, डॉ. पल्टा ने दोनों महाविद्यालयों में शिक्षकों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति, विद्यार्थियों की उपस्थिति, आफलाइन ऑनलाईन कक्षाओं का संचालन, प्रसाधन कक्षों की सफाई तथा महाविद्यालयों के समग्र रखरखाव का सूक्ष्मता से अवलोकन किया। शासकीय महाविद्यालय, मचांदुर में प्राचार्य, प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों की शत प्रतिशत उपस्थिति रही तथा ऑफलाईन कक्षाओं का संचालन भी संतोषप्रद रहा। निरीक्षण के दौरान प्रभारी प्राचार्य, डॉ नीरजा रानी पाठक ने महाविद्यालय में कुल 145 विद्यार्थियों के अध्ययनरत् होने की जानकारी दी।
शासकीय महाविद्यालय, उतई के निरीक्षण के दौरान बिना आवेदन पत्र के अनुपस्थित रहने वाले प्राध्यापक एवं कर्मचारी के प्रति कड़ा रूख अपनाये जाने के निर्देश कुलपति, डॉ. पल्टा ने प्रभारी प्राचार्य, डॉ. अरूण मिश्रा को दियें। कुलपति ने महाविद्यालय में ऑफलाइन कक्षाओं का संचालन आरंभ नहीं होने पर भी अप्रसन्नता जाहिर की। डॉ पल्टा ने प्राचार्य एवं समस्त उपस्थित प्राध्यापकों की बैठक लेकर निर्देश दिया कि वे शीघ्र ऑफलाईन कक्षाओं के संचालन संबंधी सूचना समस्त विद्यार्थियों को दें।
डॉ पल्टा ने स्पष्ट किया कि दिसंबर जनवरी माह में आयोजित होने वाली प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर की थ्योरी एवं प्रायोगिक परीक्षा ऑफलाईन मोड में ही विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जायेगी। इसी प्रकार सत्र 2022 की वार्षिक परीक्षा संबंधी थ्योरी एवं प्रायोगिक परीक्षा भी ऑफलाईन पद्धति से ही आयोजित होगी। समस्त महाविद्यालयों का यह दायित्व है कि वे छात्र-छात्राओं के थ्योरी एवं प्रायोगिक सिलेबस को निर्धारित समय में ऑफलाईन रूप से पूर्ण कराये। डॉ. पल्टा ने कहा कि जिन महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी हैं उनके लिए उच्च शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संभाग स्तरीय ऑनलाईन कक्षाओं की व्यवस्था की गई हैं। विद्यार्थी इन कक्षाओं का लाभ लेकर पाठ्यक्रम पूर्ण कर सकते हैं। डॉ. पल्टा ने बताया कि उनके द्वारा विभिन्न महाविद्यालयों का सघन निरीक्षण समय-समय पर जारी रहेगा। जिसकी रिर्पोट वे उच्च शिक्षा विभाग तथा राजभवन को सौंपेगी। आज निरीक्षण के दौरान डॉ. पल्टा के साथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव, डॉ. सी.एल.देवांगन तथा अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।