नंदिनी कॉलेज की अव्यवस्था देखकर कुलपति हुईं नाराज
दुर्ग। राज्यपाल के निर्देश पर हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा महाविद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण कर रही हैं। नंदिनी महाविद्यालय के निरीक्षण के दौरान उन्हें प्राचार्य गायब मिले। उनके कक्ष को ताला लगा था। विद्यार्थी महाविद्यालय परिसर में बेकार घूमते मिले। इससे नाराज कुलपित ने प्राचार्य को तलब किया है।निरीक्षण के दूसरे दिन कुलपति ने 22 अक्तूबर को तीन शासकीय महाविद्यालयों का निरीक्षण किया। इनमें शासकीय नागरिक कल्याण महाविद्यालय, नंदिनी अहिवारा, शासकीय महाविद्यालय, जामुल तथा शासकीय इंदिरागांधी पीजी महाविद्यालय, वैशाली नगर शामिल थे।
कुलपति के साथ निरीक्षण में शामिल कुलसचिव, डॉ. सी.एल. देवांगन ने बताया कि शासकीय नागरिक कल्याण महाविद्यालय, नंदिनी अहिवारा में भारी अव्यवस्था को देखकर कुलपति ने नाराजगी व्यक्त की। प्राचार्य, डॉ. नायक के कक्ष में ताला लगा था। स्टाफ ने बताया कि प्राचार्य दुर्ग गये हैं। प्राचार्य कक्ष की चाबी उपलब्ध नहीं है। नवनिर्मित भवन परिसर में विचरण करते छात्र-छात्राओं से जब कुलपति ने स्वयं चर्चा की तो सभी विद्यार्थियों ने एक स्वर में नियमित कक्षाएं संचालित न होने की शिकायत की। महाविद्यालय के स्टाफ में 09 अधिकारी/कर्मचारी बिना आवेदन पत्र के अनुपस्थित मिले। इन सब विसंगतियों की ओर ध्यान आकृष्ट कराने डॉ. पल्टा ने दोपहर को कालेज, के प्राचार्य डॉ. नायक को विश्वविद्यालय तलब किया तथा अव्यवस्था को शीघ्र दूर करने के कड़े निर्देश दिये।
शासकीय महाविद्यालय, जामुल में निरीक्षण के दौरान कुलपति को स्टाफ की उपस्थिति संतोषजनक मिली तथा ऑफलाईन कक्षाएं भी संचालित मिली। प्राचार्य डॉ राजेश पाण्डेय ने महाविद्यालय के कार्यालय, ग्रंथालय व अन्य हिस्सों का कुलपति को निरीक्षण करवाया।
शासकीय इंदिरागांधी पीजी महाविद्यालय वैशाली नगर भिलाई में आकस्मिक निरीक्षण हेतु कुलपति, डॉ अरूणा पल्टा तथा कुलसचिव, डॉ. सी. एल. देवांगन लगभग 1.30 बजे दोपहर पहुंचे। कुलपति ने वहां प्रभारी पाचार्य, डॉ. कैलाश शर्मा की उपस्थिति में प्राध्यापकों से चर्चा की। उन्होंने प्राध्यापकों से समय पर कॉलेज में उपस्थिति तथा ऑनलाईन कक्षाओं के संचालन के निर्देश दिये। सफाई संबंधी अव्यवस्था तथा यहां वहां बिखरे फर्नीचर पर कुलपति ने नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रभारी प्राचार्य, डॉ. शर्मा को व्यवस्था दुरस्त करने को कहा। उल्लेखनीय है कि अगामी चरण में कुलपति दुर्ग विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले अन्य महाविद्यालयों का भी आकस्मिक निरीक्षण करेंगी।