Pharmacy Week at MJ College

अपने गुरू से आगे निकलने की कोशिश बनाएगी सफल – डॉ सार्वा

भिलाई। फार्मेसी अध्यापन एवं शोध के क्षेत्र में सुस्थापित डॉ खोमेन्द्र सार्वा ने आज कहा कि अध्ययन केवल पास होने के लिए न करें। अपने गुरू से आगे निकल जाने का सतत् प्रयास करें – तभी आपको कर्मजीवन में उल्लेखनीय सफलता हासिल हो सकती है। डॉ सार्वा आज यहां एमजे कालेज में आयोजित फार्मेसी सप्ताह के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।डॉ सार्वा ने कहा कि पारस पत्थर भी केवल लोहे को ही सोना बना पाता है जबकि एक गुरू अपने शिष्य को अपने से भी ऊंचा गुरू बना सकता है। बड़ी संख्या में उपस्थित फार्मेसी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज वे सामने बैठकर सुन रहे हैं पर कल को मंच पर स्थान उन्हें लेना पड़ेगा। इसके लिए तैयार रहें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एमजे कालेज की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने कहा कि फार्मेसी का क्षेत्र सभी विधाओं को अपने में समेटा हुआ है। वह न केवल नई दवाओं की खोज करता है बल्कि फार्मेसी का प्रबंधन भी करता है। सुदूर ग्रामों में जहां चिकित्सकों की पहुंच नहीं होती, वहां से चिकित्सकों के रूप में भी अपनी सेवाएं दे सकते हैं। पहले दवा देने का काम कम्पाउन्डर करते थे पर अब वह बीते जमाने की बात हो गई है। अब फार्मेसिस्ट दवा देता है और एक नाम की दवा उपलब्ध नहीं होने पर उसी काम्बिनेशन की दूसरी दवाई सुझा सकता है।
आरंभ में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ विजयेन्द्र सूर्यवंशी ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि एमजे कालेज क्वांटिटी नहीं बल्कि क्वालिटी पर फोकस करता है। हम यहां से बेहतरीन फार्मेसिस्ट पैदा करना चाहते हैं। इसके लिए यहां उन्नत लैब हैं जहां शोध की सभी सुविधाएं मौजूद हैं।
एमजे कालेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने विद्यार्थियों को शोध की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि महाविद्यालय में उपलब्ध उच्च स्तरीय प्रयोगशालाएं एवं रिसोर्सेस उनका काम आसान कर सकती है। वे महाविद्यालय की अधोसंरचना का पूर्ण उपयोग करें।
एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य डैनियल तमिलसेलवन ने भारतीय फार्मा सेक्टर की प्रशंसा करते हुए कहा कि कोविड काल में विकसित राष्ट्र अमेरिका ने हाइड्रॉक्सि क्लोरोक्वीन की मांग भारत से करके हमारी क्षमता को स्वीकार किया है।
कार्यक्रम को एमजे कालेज के शिक्षा विभाग की अध्यक्ष डॉ श्वेता भाटिया ने भी संबोधित किया। फार्मेसी सप्ताह के तहत चार दिनों तक लगातार कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।

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