Guest Lecture at JGSCE

जगदगुरू शंकराचार्य बीएड कालेज में अतिथि व्याख्यान

भिलाई। जगदगुरू शंकराचार्य कॅालेज, आमदी नगर हुडको में बी.एड. के प्रशिक्षणार्थियों हेतु प्राचार्य डॉ. व्ही. सुजाता के मार्गदर्शन में ब्लेंडेड मोड से अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। कलिंगा विश्वविद्यालय की विभागाध्यक्ष डॉ. रंजीता सिंह मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित थी। डॉ. रंजीता सिंह ने कहा कि अधिगम का आँकलन अति प्राचीन काल से होता आ रहा है इससे छात्रों का मूल्यांकन करने में आसानी होती है तथा छात्रों की सहभागिता भी आँकलन में आवश्यक होती है। किसी भी कार्य केा करने के बाद उसकी समीक्षा की जाती है तथा उसकी कमियों को दूर करने का प्रयास किया जाता है उसी तरह शिक्षा में भी कक्षा में अध्यापक छात्रों को ज्ञान प्रदान करते हैं और उसके उपरांत प्रश्नों के द्वारा उनके ग्राह्य क्षमता का परीक्षण करते हैं यदि परीक्षण का उद्देश्य पूर्ण नहीं होता है तो ज्ञान प्रदान करने हेतु विभिन्न नवीन विधियों का उपयोग करते हैं एवं उनका उनका आँकलन करते हैं।
उन्होंने अधिगम का आँकलन नामक प्रकरण पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया। इसमें उन्होंने आंँकलन की प्रक्रिया, सीखने के लिए क्या-क्या आवश्यक है, ऑकलन की अवधारणा, आँकलन के प्रकार, मूल्यांकन एवं रचनावादी प्रतिमान इत्यादि पर विस्तृत, सरल तथा विभिन्न उदाहरणों के द्वारा आकर्षक एवं प्रभावी व्याख्यान दिया।
कार्यक्रम की समन्वयक अमिता जैन, महाविद्यालय की विभागाध्यक्ष मधुमिता सरकार सहा. प्राध्यापिका श्रद्धा भारद्वाज के सहित अन्य प्राध्यापकगण एवं प्रशिक्षार्थी ऑनलाईन एवं ऑफलाईन माध्यम से उपस्थित हुए।

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