पिल्लों का जीवन बचाकर दिया जीव-जंतु प्रेम का संदेश
दुर्ग। हमारे आसपास रहने वाले पशु पक्षी अनेक प्रकार से हमारी सेवा और सहायता करते हैं। पर जब वे बीमार पड़ जाते हैं तो बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो उनके लिए कुछ करते हैं। धनोरा सरकारी हाईस्कूल की व्याख्याता डॉ सरिता श्रीवास्तव ने ठंड से ठिठुर रहे दो बीमार पिल्लों का जीवन बचाकर एक अनुकरणीय पहल की है। इस कार्य में गोलू काटोच एवं अनमोल श्रीवास्तव ने भी उनकी मदद की।डॉ सरिता इससे पहले भी बीमार, घायल और पीड़ित जानवरों की सेवा करती रही हैं। पेशे से शिक्षक डॉ सरिता राष्ट्रीय स्तर की कथक कलाकार भी हैं। उनके पति डॉ प्रशांत श्रीवास्तव हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग में छात्र कल्याण अधिष्ठाता हैं। उनके निवास बोरसी कालोनी में दो पिल्लों की हालत बहुत खराब थी। वे मरणासन्न स्थिति में थे। अन्य पशुओं को भी संक्रमण का खतरा था। इसकी जानकारी मिलते ही उन्होंने भिलाई के पशु चिकित्सकों से सम्पर्क किया तथा पिल्लों को गोद में लेकर वहां पहुंच गईं। दोनों पिल्लों को ग्लूकोज चढ़ाना पड़ा तब जाकर उनकी हालत संभली। इस पूरे दौरान डॉ सरिता उन्हें अपनी गोद में उठाए रहीं। उनके साथ गोलू और अनमोल भी इस काम में लगे रहे।
हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी ओल्ड बोरसी निवासियों ने सरिता श्रीवास्तव के इस आचरण की सराहना करते हुए बताया कि दो वर्ष पूर्व डॉ. सरिता ने दो अन्य श्वान शिशुओं तथा चार पक्षियों की जान बचाई थी। वे अपने इन कार्यों से औरों को भी प्रेरित करती हैं।