राष्ट्रीय सम्मेलन में 40 मौखिक एवं 28 पोस्टर प्रस्तुत
दुर्ग। विश्वनाथ यादव तामस्कार स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन सीएसआईआर एनआईआई, एसटी तिरूअंतपुरम् से वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ सुब्रता दास ने आक्सीफ्लोराइड के विभिन्न प्रकार एवं प्रकाशीय स्त्रोत में इसकी उपयोगिता और संभावना पर विस्तृत चर्चा की, जिनमें मेडिकल इमेजिंग, सेंसर प्रमुख रूप से है। सम्मेलन में 40 मौखिक एवं 28 पोस्टर प्रजेन्टेशन को शामिल किया गया था।डॉ दास ने बताया कि जब फॉस्फर मटेरियल में नीला एलईडी मिलाते है तो पीला, लाल एवं हरा प्रकाश प्राप्त होता है। यदि फॉस्फर मटेरियल में यूबीएलईडी मिलाये तो लाल, हरा, नीला प्रकाश प्राप्त होता है।
आईआईसीटी हैदराबाद के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. गिरी बाबू ने सोलर सेल की संरचना, प्रकार, कार्यविधि एवं उपयोगिता को विस्तार पूर्वक समझाया।
ऑनलाईन माध्यम से सम्मिलित मिलिट्री विश्वविद्यालय, पोलैण्ड से डॉ. मार्था मिचालसका ने एनौडिक ऑक्साइड से बने हुए ऐलॉय के बारे में रोचक जानकारी दी। साथ ही इस प्रकार के ऐलॉय की फोरेंसिक साइंस में उपयोगिता के बारे में बहुत ही सरल भाषा में समझाया।
बेलग्रेड विश्वविद्यालय सरबिया से डॉ. जेलेना मिट्रिक ने चालकोंजिनाइड बेसड नैनोमटेरियल को आप्टिकल गुणों तथा ऐसे पदार्थों का उपयोग इन्फ्रारेड एवं रमन स्पेक्ट्रोस्कोपि में किस प्रकार से किया जाता है इसकी जानकारी दी। यूपीईएस देहरादून से अंकुश विज ने एक्सआरडी टीईएम सेम टीएल और पीएल को समझाया, जिसका उपयोग फॉस्फर मटेरियल के कैरेक्टराईजेंशन में किया जाता है। डॉ. के.वी.आर. मूर्ति ने स्मार्ट सिटी में एलईडी के उपयोग पर व्याख्यान दिया। एन.कुमार स्वामी, डी.एस. क्षत्रिय डॉ. शालू अत्री एवं डॉ. आर. के. मिश्रा ने शोध में उपयोगी विधियों एवं सिंथेसिस पर रोचक जानकारी प्रदान की।
राष्ट्रीय सम्मेलन में विभिन्न प्रदेशों से सम्मिलित हुए शोध विद्यार्थियों के 28 पोस्टर एवं 40 मौखिक प्रस्तुतिकरण हुये। टेक्नीकल सेशन को सफल बनाने में डॉ एन.एस. सूर्यनारायण, डॉ व्ही.एस. पाणिग्राही, डॉ आर.के. पाधी, डॉ पूजा कुमारी, डॉ विकास दुबे एवं डॉ नेहा दुबे का योगदान रहा। डॉ एन.एस. सूर्यनारायण ने साईंस कालेज के स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए शोध से जुड़ने के लिए कहा उन्होंने विद्यार्थियों को अपना कैरियर चुनने में शोध करने को कहा जिससे वे समाज एवं देष के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे सके।
प्राचार्य डॉ आर.एन. सिंह ने इस सम्मेलन के लिए भौतिकी विभाग के प्राध्यापकों की प्रशंसा की। सम्मेलन की सहसचिव सीतेश्वरी चन्द्राकर एवं डॉ नेहा दुबे ने संयुक्त रूप से जानकारी दी कि कल आमंत्रित व्याख्यानों के पश्चात् सर्वश्रेष्ठ मौखिक एवं पोस्टर प्रस्तुतिकरण के नामों की घोषणा की जायेगी तथा कल त्रिदिवसीय सम्मेलन का समापन समारोह मुख्य अतिथि डॉ शैलेन्द्र कुमार सिंह, कुलपति बस्तर विश्वविद्यालय, जगदलपुर की उपस्थिति में होगा। कार्यक्रम को सफल बनाने में भौतिकी विभाग के समस्त प्राध्यापक, अतिथि प्राध्यापक, शोध एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को योगदान रहा।