Vijay Diwas observed at SSMV Bhilai

शंकराचार्य कॉलेज में विजय दिवस पर संयुक्त आयोजन

दुर्ग। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय एवं 37 सी जी एनसीसी बटालियन के संयुक्त तत्वाधान में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चढ़ी से मैसेज बटालियन के कर्नल अधिकारी हेमंत दुबे एवं महाविद्यालय के निदेशक एवं प्राचार्य डॉ रक्षा सिंह महाविद्यालय के अतिरिक्त निदेशक डॉ दुर्गा प्रसाद राव मंच पर आसीन थे। अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय की परंपरा के अनुसार पौधों से किया गया।

महाविद्यालय में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में एनसीसी के कैडेटों का उत्साह देखा गया और विभिन्न महाविद्यालय से आए कैडेटों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जिसमें 10 महाविद्यालयों के एनसीसी कैडेटों ने भाग लिया आज के इस प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में विजय दिवस पर प्रश्न पूछे गए 37 सीसी बटालियन के कर्नल अधिकारी हेमंत दुबे ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी एनसीसी के कैडेटों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए आपने कहा कि आज विजय दिवस है इस दिन कई सैनिक अपने देश की रक्षा करते समय शहीद हुए थे आज हम उन शहीदों को सलाम करते हुए उनको याद करते हुए यह दिवस मनाया जाता है तत्पश्चात प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा की गई। महाविद्यालय की सहायक अध्यापिका सूर्यपाल के द्वारा किया गया जिसमें प्रथम पुरस्कार एसक्यूडी 6 कल्याण महाविद्यालय द्वितीय पुरस्कार एसक्यूडी 5 सेंट थॉमस कॉलेज को प्रदान किया गया तत्पश्चात शंकराचार्य महाविद्यालय के एनसीसी के कैडेटों के द्वारा इंडियन आर्मी पर नाटक की प्रस्तुति दी जिसमें विजय दिवस पर उन शहीदों को याद करके जिन्होंने अपने देश के लिए कुर्बानी दी थी। उनको याद करके इस नाटक की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर विभिन्न महाविद्यालयों से आए एएनओ एवं 60 कैडेट उपस्थित थे।
महाविद्यालय के निदेशक एवं प्राचार्य डॉ रक्षा सिंह ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत ही गर्व का विषय है कि हमें इस तरह के अवसर प्राप्त हुए और हमें इस तरह से कार्य करते रहना चाहिए जिससे हमें एनसीसी के बारे में 1971 के पूर्व की जानकारी हमें इस तरीके से प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के अंतर्गत 1971 के बारे में हमें जानकारी प्राप्त प्राप्त करते रहने की प्रेरणा दी।
महाविद्यालय के अति. निदेशक डॉ जे दुर्गा प्रसाद राव ने कहा कि इस तरीके के कार्यक्रम होते रहना चाहिए जिससे हमें सामान्य ज्ञान की जानकारी अधिक से अधिक प्राप्त हो सके इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए महाविद्यालय केंद्रीय अधिकारी डॉक्टर लेफ्टिनेंट के.जे. मंडल एवं उज्जवला भोंसले का योगदान रहा।

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